गोवंशों के लिए चलाया जाएगा विशेष अभियान : निराश्रित जानवरों की सुरक्षा होगी सुनिश्चित, जिलाधिकारी ने दिए निर्देश

UPT | गौ आश्रय केंद्र बिरवा बभनी में घूमती गौ माता

Oct 26, 2024 18:13

गोंडा में जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने आगामी त्योहारों, विशेषकर दीपावली और गोवर्धन पूजा के अवसर पर निराश्रित गोवंशों की सुरक्षा और सेवा के लिए विशेष अभियान की शुरुआत की है। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इस पहल को 'गावो विश्वस्य मातर' की भावना के साथ लागू किया जाए।

Gonda News : गोंडा में जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने आगामी त्योहारों, विशेषकर दीपावली और गोवर्धन पूजा के अवसर पर निराश्रित गोवंशों की सुरक्षा और सेवा के लिए एक विशेष अभियान की शुरुआत की है। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इस पहल को 'गावो विश्वस्य मातर' की भावना के साथ लागू किया जाए। 

गोवंशों की सुऱक्षा के निर्देश
इस अभियान के तहत सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए राजमार्गों पर निराश्रित गोवंशों की सुरक्षा के उपाय किए जाएंगे। अस्थायी गो आश्रय स्थलों, गो संरक्षण केंद्रों और कान्हा गोशालाओं में गोवंशों को संरक्षित करने की विशेष व्यवस्था की जाएगी। गोवर्धन पूजा के अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी गो आश्रय स्थलों पर गो पूजन कार्यक्रम आयोजित करने और दीप प्रज्वलन करने का निर्देश दिया। इसके लिए आवश्यक पूजन सामग्री का इंतजाम किया जाएगा। उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी इस पर्व में शामिल होने के लिए प्रेरित किया, ताकि गो पूजन और गोवर्धन पूजा विधिवत रूप से सम्पन्न हो सके।

चलाया जाएगा सफाई अभियान
इस विशेष अवसर पर जिले के सभी गो आश्रय स्थलों में सफाई अभियान चलाया जाएगा, जिसमें चूने का छिड़काव और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। पंचायत राज अधिकारी को सफाई की निगरानी का कार्य सौंपा गया है। डीएम ने कहा कि गोवर्धन पूजा के अवसर पर गाय के गोबर से बने उत्पादों के उपयोग को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा ताकि इन उत्पादों की उपलब्धता बढ़ सके।

जिलाधिकारी ने दिए आवश्यक निर्देश
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि गोवर्धन पूजा के दिन जनभागीदारी से गोवंशों के लिए फल और हरा चारा एकत्र किया जाए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने की बात कही कि सभी निराश्रित गोवंशों को सम्मानजनक आहार प्राप्त हो सके। नेहा शर्मा ने इस पर्व को भारतीय संस्कृति में गौमाता के महत्व के रूप में देखा और सभी अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे इस आयोजन को उत्साह और समर्पण के साथ मनाएं। जिला प्रशासन की इस पहल से न केवल गोवंशों का संरक्षण होगा, बल्कि त्योहारों की धार्मिक और सांस्कृतिक गरिमा भी बनी रहेगी।

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