बलिदान दिवस पर स्वतंत्रता संग्राम नायक का स्मरण : राजेंद्र नाथ लाहिड़ी को सम्मान देकर उनके आदर्शों को प्रचारित करने का संकल्प 

UPT | स्वतंत्रता संग्राम के अमर नायक शहीद राजेंद्र नाथ लाहिड़ी को श्रद्धांजलि अर्पित करतीं डीएम नेहा शर्मा।

Dec 17, 2024 13:53

गोंडा के मंडलीय कारागार में शहीद राजेंद्र नाथ लाहिड़ी का 98वां बलिदान दिवस धूमधाम से मनाया गया। लाहिड़ी उद्यान में कमिश्नर, डीएम, एसपी, डीआईजी और जिला जज ने उनकी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित कर सम्मान प्रकट किया।

Gonda News : गोंडा के मंडलीय कारागार में स्वतंत्रता संग्राम के अमर नायक शहीद राजेंद्र नाथ लाहिड़ी का 98वां बलिदान दिवस बड़े धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कमिश्नर, डीएम, एसपी, डीआईजी और जिला जज सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। सभी ने शहीद की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया।



आर्य समाज की ओर से वैदिक हवन व पूजन
कार्यक्रम का शुभारंभ आर्य समाज द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन-पूजन और शांति पाठ से हुआ। यह आयोजन राजेंद्र नाथ लाहिड़ी के बलिदान को सम्मान देने और उनके आदर्शों को समाज में प्रचारित करने के उद्देश्य से किया गया।

शहीद के परिजनों का सम्मान
कार्यक्रम के दौरान शहीद राजेंद्र नाथ लाहिड़ी के परिजनों को भी सम्मानित किया गया। यह सम्मान शहीद के बलिदान और उनके परिवार के योगदान को समाज के सामने लाने का एक प्रतीक था। 

काकोरी कांड और लाहिड़ी का बलिदान
राजेंद्र नाथ लाहिड़ी को 9 अगस्त 1925 को काकोरी कांड में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अंग्रेज सरकार के खजाने को लूटने के लिए अंजाम दिए गए इस क्रांतिकारी कांड के बाद कुल 23 क्रांतिकारियों पर मुकदमा चलाया गया। लाहिड़ी के साथ राम प्रसाद बिस्मिल, डॉ. रोशन सिंह और अशफाक उल्ला खान को भी फांसी की सजा सुनाई गई थी। 17 दिसंबर 1927 को राजेंद्र नाथ लाहिड़ी को गोंडा के मंडलीय कारागार में फांसी दे दी गई थी। आज भी गोंडा का यह फांसी घर “अमर शहीद स्मारक राजेंद्र नाथ लाहिड़ी” के नाम से जाना जाता है। कारागार के एक विशेष वार्ड का नाम भी उनके सम्मान में ‘राजेंद्र नाथ लाहिड़ी वार्ड’ रखा गया है।

डीएम ने किया राष्ट्रसेवा का आह्वान
गोंडा की डीएम नेहा शर्मा ने कहा, शहीद लाहिड़ी जैसे महान राष्ट्रभक्तों के बलिदान के कारण ही आज हम स्वतंत्र भारत में सांस ले पा रहे हैं। हमें उनके बलिदान को हमेशा याद रखना चाहिए और निःस्वार्थ भाव से राष्ट्र सेवा का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि लाहिड़ी के सपनों का भारत बनाने के लिए हमें समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देना होगा।

पुलिस बैंड की सलामी और श्रद्धांजलि
कार्यक्रम के अंत में पुलिस बैंड द्वारा शहीद को सलामी दी गई। सभी उपस्थित लोगों ने राजेंद्र नाथ लाहिड़ी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस आयोजन ने उपस्थित जनों में राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत की और समाज के प्रति समर्पण का संदेश दिया।

शहीद के योगदान का स्मरण
शहीद राजेंद्र नाथ लाहिड़ी का बलिदान स्वतंत्रता संग्राम का एक स्वर्णिम अध्याय है। उनका साहस और निस्वार्थ योगदान आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। गोंडा में आयोजित यह कार्यक्रम उनके बलिदान को सम्मान देने के साथ-साथ समाज को यह याद दिलाता है कि स्वतंत्रता के लिए दिए गए बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। 

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