बहराइच हिंसा : आरोपियों के एनकाउंटर पर बोले केंद्रीय मंत्री-हमें सही-गलत का फैसला करने का अधिकार नहीं, बैठक से गायब रहा करण भूषण और उनका गुट

UPT | मीडिया से बात करते केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री

Oct 17, 2024 23:58

बहराइच में आरोपियों की एनकाउंटर को सही बताते हुए केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि ऐसे आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही सरकार सख्ती से कर रही है और यह जो नफरत चल रही है पूरे देश में यह लोकसभा चुनाव से चल रही है।

Gonda News : बहराइच में आरोपियों के एनकाउंटर पर केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है। इस बीच, गोंडा जिले के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया ने जनप्रतिनिधियों और जिला पंचायत सदस्यों के साथ गोंडा जिला पंचायत सभागार में जिला निगरानी समिति की बैठक की। बैठक में गोंडा और करनैलगंज के लिए दो बाईपास को मंजूरी दी गई, जिससे गोंडा वासियों को जाम से राहत मिलेगी। हालांकि, बैठक के दौरान पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे, विधायक और उनके गुट के एमएलसी और विधायक इस बैठक में उपस्थित नहीं थे।

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'आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकार कटिबद्ध'
बैठक के दौरान, केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सरकार की योजनाएं जिनमें धीमी गति है, उन्हें तत्काल तेज किया जाए। बहराइच हिंसा और आरोपियों के एनकाउंटर पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कानून व्यवस्था और सरकार के कामकाज को सही बताया और कहा कि अधिकारी इस मामले में लगे हुए हैं। आगे भी प्रयास किए जाएंगे कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। उन्होंने बताया कि जब ऐसी घटनाएं होती हैं, तो कई बार अनावश्यक बातें सामने आती हैं। सरकार की जिम्मेदारी है कि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों को पकड़ा जाए और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए।



'हमें सही और गलत का फैसला करने का कोई अधिकार नहीं'
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है कि उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए जो देश की व्यवस्था को बिगाड़ने और आपसी सौहार्द्र को समाप्त करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि हम न तो एनकाउंटर के समय मौजूद थे और न ही आप, इसलिए हमें सही और गलत का फैसला करने का कोई अधिकार नहीं है। इस बारे में जानकारी केवल संबंधित अधिकारियों के पास है।

'नफरत की जड़ें लोकसभा चुनावों से शुरू'
उन्होंने आगे बताया कि नफरत को रोकने के लिए सरकार प्रयासरत है। यह नफरत की जड़ें लोकसभा चुनावों से शुरू हुई हैं, जब कुछ लोगों ने धर्म, जाति और मजहब के नाम पर सत्ता के लालच में नफरत फैलाने का काम किया। अंत में, उन्होंने देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री चुना है।

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