मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह का बड़ा बयान : ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम और वन्यजीव संरक्षण पर जोर, बहराइच में भेड़िए के आतंक पर हो रही जांच

UPT | मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह

Sep 30, 2024 11:25

भारत सरकार के केंद्रीय वन, जलवायु परिवर्तन और विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने हाल ही में ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण संरक्षण के महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त की है।

Gonda News : भारत सरकार के केंद्रीय वन, जलवायु परिवर्तन और विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने हाल ही में ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण संरक्षण के महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग केवल एक देश का नहीं, बल्कि पूरे विश्व का मुद्दा है, और जब तक सभी देश मिलकर प्रयास नहीं करेंगे, तब तक इसके गंभीर प्रभावों को रोक पाना कठिन होगा। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई कॉन्फ्रेंस आयोजित की जा रही हैं, जिसमें भारत भी सक्रिय रूप से भाग ले रहा है।

आगामी सम्मेलन में होगी अहम चर्चा
कीर्ति वर्धन सिंह ने बताया कि नवंबर में अजरबैजान के बाकू में एमएस ट्रिपल सी का एक महत्वपूर्ण सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें भारत के मंत्री भी भाग लेंगे। इस सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के उपायों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस दिशा में भारत ने पहले से ही कई कदम उठाए हैं, जिन्हें नेशनली डिटरमिन्ड कमिटमेंट (INDC) के तहत लागू किया जा रहा है। सिंह ने यह भी बताया कि भारत ने ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के लिए कोयला, ईंधन और पेट्रोल जैसे ऊर्जा स्रोतों के उपयोग को कम करने की दिशा में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। 

'एक पेड़ मां के नाम' मुहिम के तहत पर्यावरण संरक्षण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई "एक पेड़ मां के नाम" मुहिम को भी पर्यावरण संरक्षण में एक महत्वपूर्ण कदम बताया गया। सिंह ने कहा कि यह अभियान पर्यावरण को स्वच्छ और हरा-भरा रखने के साथ-साथ क्लाइमेट चेंज के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मददगार साबित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि पेड़ों का संरक्षण बेहद जरूरी है, क्योंकि जलवायु परिवर्तन से निपटने में जंगलों और पेड़ों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सिंह ने यह भी उल्लेख किया कि पौधारोपण के बाद हज़ारों पेड़ लगाए गए हैं, और यह मुहिम लगातार आगे बढ़ रही है।



बहराइच में भेड़िए के आतंक पर हो रही है जांच
बहराइच जिले में हाल ही में भेड़ियों के हमलों ने आतंक मचा रखा है, जिसमें कई मासूम बच्चों की जान चली गई है। इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि वन्यजीव विभाग और वर्ल्ड लाइफ एक्सपर्ट्स की टीम इस मामले पर गहन शोध कर रही है। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है और जानवरों के जंगल छोड़कर इंसानी बस्तियों की ओर आने के कारणों का पता लगाया जा रहा है। मंत्री ने बताया कि अब तक पांच भेड़ियों को पकड़कर चिड़ियाघर में भेजा जा चुका है, लेकिन इसके पीछे के वास्तविक कारणों का पता लगाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

हरियाणा चुनाव और अरविंद केजरीवाल पर टिप्पणी
हरियाणा चुनावों को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल द्वारा दिए गए बकाया बिल माफ करने के बयान पर कीर्ति वर्धन सिंह ने तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो अपने कार्यकाल का अधिक समय जेल में बिताते हैं, उनके बयानों पर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है। सिंह ने कहा कि दिल्ली में जब केजरीवाल की सरकार थी, तब जनता उनके शासन का मजाक उड़ाती थी। उन्होंने गोवा के चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन का उदाहरण देते हुए कहा कि जनता इनकी फ्री की योजनाओं में नहीं फंसी और इन्हें एक भी सीट नहीं मिली।

गोंडा में हो रहे विकास कार्यों पर जोर
केंद्रीय मंत्री ने गोंडा जिले में हो रहे विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि गोंडा के लिए 3,000 से 4,000 करोड़ रुपये की योजनाओं को मंजूरी मिल चुकी है। इनमें अयोध्या से गोंडा को जोड़ने वाली बाईपास सड़क और कई अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं। इसके साथ ही, गोंडा में एक मेडिकल कॉलेज और 400 बिस्तरों वाला अस्पताल भी बन चुका है, जो जिले के लोगों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

टिकरी जंगल में ओपन सफारी की योजना
सिंह ने बताया कि टिकरी जंगल, जो 8,000 हेक्टेयर में फैला हुआ है, को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई जा रही है। इसमें ओपन सफारी की व्यवस्था होगी, जहां पर्यटक विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों का आनंद ले सकेंगे। इसके लिए वित्तीय सहायता के लिए प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से न केवल स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा, बल्कि अयोध्या धाम जैसे धार्मिक स्थलों की यात्रा करने वाले पर्यटकों को भी आकर्षित किया जाएगा।

ग्लोबल वार्मिंग पर दी बड़ी चेतावनी
अंत में, केंद्रीय मंत्री ने ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के बारे में चेतावनी दी कि इसके प्रभावों को नियंत्रित करने के लिए अभी से ठोस कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर हम अभी कार्रवाई नहीं करेंगे, तो भविष्य में इसका गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा। भारत ने अब तक अपने पर्यावरणीय लक्ष्यों को समय से पहले ही पूरा किया है, और देश की सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है। 

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