रूपईडीह क्षेत्र पंचायत में विकास की राह खुली : जिलाधिकारी के हस्तक्षेप से रुके कार्यों को मिली गति, छह साल का ठहराव

UPT | रूपईडीह क्षेत्र पंचायत में विकास की राह खुली

Sep 25, 2024 17:45

गोंडा जनपद के रूपईडीह विकासखण्ड में छह साल से रुके विकास कार्यों को गति देने का रास्ता साफ हो गया है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा के हाल ही में किए गए निरीक्षण के बाद क्षेत्र में विकास कार्यों की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

Gonda News : गोंडा जनपद के रूपईडीह विकासखण्ड में छह साल से रुके विकास कार्यों को गति देने का रास्ता साफ हो गया है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा के हाल ही में किए गए निरीक्षण के बाद क्षेत्र में विकास कार्यों की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उनके हस्तक्षेप से रुके कार्यों को आगे बढ़ाने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाए गए हैं, जिससे स्थानीय ग्रामीणों में विकास की उम्मीद जागी है।

जिलाधिकारी का सक्रिय हस्तक्षेप
10 सितंबर को जिलाधिकारी ने रूपईडीह ब्लॉक कार्यालय का निरीक्षण किया, जहां उन्हें पता चला कि विकास कार्यों के लिए पर्याप्त धनराशि मौजूद होने के बावजूद पिछले छह वर्षों से कोई प्रगति नहीं हुई थी। स्थानीय प्रशासन की लापरवाही और उदासीनता के कारण विकास कार्य ठहर गए थे, जो क्षेत्र के निवासियों के लिए निराशाजनक स्थिति थी। इस अव्यवस्था को देखते हुए, डीएम ने खण्ड विकास अधिकारी (बीडीओ) अभय कुमार सिंह को निर्देशित किया कि रुके हुए सभी कार्यों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए और इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।



छह साल का ठहराव
जिलाधिकारी के निर्देशों के बाद विकास कार्यों को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया तेज़ी से शुरू हो गई है। बीडीओ अभय कुमार सिंह ने बताया कि अब नाली निर्माण, खण्डंजा निर्माण, आरसीसी सड़क निर्माण और स्कूलों के कायाकल्प जैसे कार्य प्राथमिकता के आधार पर किए जाएंगे। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किया जा रहा है ताकि कार्यों में किसी भी प्रकार की देरी न हो।

जल्द पूरा करने का निर्देश
स्थानीय ग्रामीणों में इस पहल के बाद सकारात्मक उम्मीदें जगी हैं। लंबे समय से बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे रूपईडीह के लोग अब नई सड़कों, साफ-सफाई वाली नालियों और बेहतर विद्यालय सुविधाओं का सपना देख रहे हैं। ग्रामीण राम सिंह ने कहा, "छह साल से रुके कामों के कारण हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। अब हमें उम्मीद है कि हालात सुधरेंगे और हमारे गाँव में सुविधाएँ बढ़ेंगी।" 

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