Gonda News : रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए बना ‘रेलवे मित्र’, संदिग्ध गतिविधियों पर रखेगा नजर

UPT | Government Railway Police

Oct 06, 2024 12:09

बीते दिनों देश के विभिन्न हिस्सों में रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाने की घटनाओं के बाद अब रेलवे पुलिस बल (RPF) और Government Railway Police (GRP) ने रेलवे ट्रैक की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए नई पहल की है।

Gonda News : बीते दिनों देश के विभिन्न हिस्सों में रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाने की घटनाओं के बाद अब रेलवे पुलिस बल (RPF) और Government Railway Police (GRP) ने रेलवे ट्रैक की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए नई पहल की है। रेलवे ट्रैक के पास बसे गांवों के लोगों से संपर्क कर उन्हें 'रेलवे मित्र' बनाया जा रहा है, जो ट्रैक के आसपास संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखकर RPF और GRP को जानकारी देंगे। इससे समय रहते रेल हादसों को रोकने में मदद मिलेगी।

रेलवे मित्र की जिम्मेदारी  
आरपीएफ और जीआरपी ने रेलवे ट्रैक के किनारे बसे गांवों के लोगों को रेलवे मित्र बनाया है, जिनका मुख्य कार्य ट्रैक के पास घूमने वाले संदिग्ध व्यक्तियों और असामाजिक तत्वों पर नजर रखना है। रेलवे मित्र ऐसे व्यक्तियों की पहचान कर तत्काल आरपीएफ और जीआरपी को सूचना देंगे, जिससे समय रहते इन पर कार्रवाई की जा सकेगी और रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाने से रोका जा सकेगा। 

रेलवे ट्रैक पर बढ़ते खतरे  
हाल के दिनों में कई जिलों से ऐसी खबरें सामने आई हैं, जिनमें रेलवे ट्रैक पर असामाजिक तत्वों द्वारा गैस सिलेंडर, पत्थर या लकड़ी के बड़े टुकड़े रखे जाने की घटनाएं हुई हैं। इसके अलावा, कुछ लोग ट्रैक पर खतरनाक स्टंट कर वीडियो बनाने की कोशिश करते हैं, जिससे हादसे की संभावना और बढ़ जाती है। इन घटनाओं के बाद आरपीएफ और जीआरपी ने रेलवे मित्रों की मदद से रेलवे ट्रैक की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है। 



जागरूकता और नुक्कड़ सभाएं  
आरपीएफ इंस्पेक्टर नरेंद्र पाल सिंह ने बताया कि रेलवे ट्रैक के आसपास बसे गांवों में नुक्कड़ सभाओं का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इन सभाओं में लोगों को रेलवे ट्रैक की सुरक्षा और उसकी अहमियत के बारे में बताया जा रहा है। रेलवे मित्रों के नाम और संपर्क नंबर उच्च अधिकारियों तक भेजे गए हैं, ताकि आपात स्थिति में उनसे संपर्क किया जा सके। 

रेलवे मित्रों की भूमिका  
रेलवे मित्रों का चयन गुप्त रूप से किया गया है, ताकि वे अपनी पहचान छुपाकर संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी दे सकें। उनका उद्देश्य असामाजिक तत्वों पर नजर रखना है, जो रेलवे ट्रैक पर नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते हैं। आरपीएफ और जीआरपी पुलिस ने इस दिशा में तेजी से काम शुरू कर दिया है, और गांव-गांव जाकर लोगों को रेलवे मित्र बनने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। 

प्रशासन का बड़ा कदम  
देश और प्रदेश में हाल ही में हुई ट्रेन हादसों की घटनाओं के बाद, रेलवे प्रशासन ने यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है। रेलवे ट्रैक पर रील बनाने वाले और असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए रेलवे मित्रों की तैनाती की जा रही है। इसके साथ ही, रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए आरपीएफ और जीआरपी पुलिस मिलकर काम कर रही है, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की रेल दुर्घटना न हो। आरपीएफ पोस्ट कमांडर नरेंद्र पाल सिंह ने बताया कि रेलवे मित्रों को उनकी जिम्मेदारी के बारे में जागरूक किया जा रहा है और उनसे रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए नियमित संपर्क में रहा जा रहा है। इसके अलावा, उच्च अधिकारियों तक उनके नंबर भेजे गए हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर उनसे संपर्क किया जा सके। 

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