घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ा : खतरे के निशान से 9 सेंटीमीटर ऊपर, तटीय इलाकों में जिला प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

UPT | घाघरा नदी

Aug 20, 2024 20:23

नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण गोंडा जिला प्रशासन ने करनैलगंज और तरबगंज तहसील क्षेत्रों के तटीय इलाकों में मुनादी करवा कर अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने लोगों को...

Gonda News : घाघरा नदी में पड़ोसी देश नेपाल और विभिन्न बैराजों से 24 घंटे के अंदर छोड़े गए 6 लाख क्यूसेक पानी के कारण नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 9 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण गोंडा जिला प्रशासन ने करनैलगंज और तरबगंज तहसील क्षेत्रों के तटीय इलाकों में मुनादी करवा कर अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी है।

नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर  
घाघरा नदी का जलस्तर अब एल्गिन ब्रिज पर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। पिछले 12 घंटों में नदी का जलस्तर एक सेंटीमीटर से 9 सेंटीमीटर तक बढ़ गया है। सुबह 9 बजे गिरजा बैराज से 141,702 क्यूसेक, शारदा बैराज से 68,147 क्यूसेक और सरयू बैराज से 17,016 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद, नदी के जलस्तर में और वृद्धि होने की संभावना है।

23 गांवों के लगभग 9,000 लोग बाढ़ से प्रभावित
बाढ़ के कारण करनैलगंज और तरबगंज तहसील के 23 गांवों की लगभग 9,000 जनसंख्या और 5,000 के करीब पशु प्रभावित हुए हैं। राहत कार्य के तहत, बाढ़ प्रभावित लोगों के आवागमन के लिए करीब 60 नावें तैनात की गई हैं। इसके अलावा, एसडीआरएफ और एक फ्लड यूनिट की टीम भी तैनात की गई है, ताकि किसी भी विषम परिस्थिति से निपटा जा सके।

जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट 
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया है की नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। जिला प्रशासन पूर्ण तरीके से अलर्ट है। फ्लड डिवीजन के अधिकारी तटबंध और कटान की निगरानी कर रहे हैं। तरबगंज तहसील क्षेत्र के तीन गांव आंशिक रूप से बाढ़ से प्रभावित हैं। गांव के संपर्क मार्ग पर पानी भरा है। राशन किट और राहत किट का वितरण तहसील स्तर से किया गया है। लगातार जिला प्रशासन बाढ़ से निपटने के लिए अलर्ट मोड पर है और अभी बाढ़ की स्थिति नियंत्रित है।

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