Gonda News :  घाघरा नदी का घटा जलस्तर, 6 गांव अभी भी बाढ़ से प्रभावित

UPT | अपर जिला अधिकारी चंद्रशेखर

Jul 14, 2024 18:02

गोंडा जिले में घाघरा नदी के घटते जलस्तर के कारण तटबंधों के किनारे घाघरा नदी ने कटान शुरू कर दिया है। भिखारीपुर-सकरौर, ऐली परसौली तटबंध के किनारे...

Gonda News : गोंडा जिले में घाघरा नदी के घटते जलस्तर के कारण तटबंधों के किनारे घाघरा नदी ने कटान शुरू कर दिया है। भिखारीपुर-सकरौर, ऐली परसौली तटबंध के किनारे पहुंचे पानी से ग्रामीणों को डर सता रहा है, क्योंकि नदी ने अब तटबंधों के नीचले इलाकों में भी कटान करना शुरू कर दिया है। पानी की लागातार टक्कर तटबंधों से हो रही है। 

खतरें के निशान से 31 सेंटीमीटर नीचे बह रही घाघरा नदी  
घाघरा नदी अब खतरे के निशान से 31 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। नदी के घटते जलस्तर के कारण लगातार बाढ़ खंड के अधिकारियों द्वारा तटबंधों का निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। जहां भी तटबंधों के निचले इलाके में नदी कटान कर रही है। वहां पर बोल्डर लगा कर कटान को रोकने का भी काम किया जा रहा है। वहीं घाघरा नदी के घटते जलस्तर के बाद भी अभी 6 गांव की लगनग 4000 की आबादी बाढ़ से प्रभावित है।

बांटे गए खाने के पैकट और पशुओं के लिए चारा
रविवार को प्रशासन द्वारा 3500 लंच पैकट के साथ-साथ सैकड़ों लोगों के पशुओं के लिए चारे की भी व्यवस्था करते हुए भूसा वितरित किया गया है। सड़कों पर भरे पानी के कारण लोग किसी तरीके से अपने घरों को जा रहे हैं। नाव की भी व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। बाढ़ प्रभावित गांव की बात करें तो तरबगंज और करनैलगंज क्षेत्र अंतर्गत ब्योन्दा माझा, बहादुरपुर, दत्तनगर, सखीपुर, बाणी माझा और तरबगंज तहसील क्षेत्र की ऐली परसौली, बनगांव सहित कई गांव की लगभग 4000 की संख्या बाढ़ से प्रभावित है। सभी बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों को पानी से आने-जाने के लिए 50 से ज्यादा नाव की भी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा अब तक लगभग सैकड़ो लोगों को पशुओं के चारे के लिए भूसा सहित खाने की व्यवस्था भी की गई है। 

पशुओं का कराया जा रहा टीकाकरण
जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों में पशु विभाग के अधिकारियों द्वारा भी पशुओं का लगातार टीकाकरण कराया जा रहा है और बाढ़ चौकियों पर तैनात स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा भी किसी के बीमार होने पर तत्काल उनका इलाज भी किया जा रहा है। वहीं अपर जिलाधिकारी गोंडा चंद्रशेखर ने बताया कि जिले में घाघरा मुख्य नदी है, वह खतरे के निशान से नीचे बह रही है। इसी नदी के बढ़ते जल स्तर के कारण बाढ़ की संभावना अधिक रहती है और नदी का पानी लगातार काम होता जा रहा है। कर्नलगंज और तरबगंज तहसील क्षेत्र में गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम, राजस्व विभाग की टीम और बाढ़ खंड विभाग की टीम लगातार राहत बचाव कार्य में लगी हुई हैं।

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