गोंडा रेल हादसा : रिलीफ ट्रेन से गोरखपुर पहुंचे यात्री, सदर तहसीलदार के नेतृत्व में पीड़ितों को कराया गया भोजन

UPT | गोरखपुर स्टेशन पर राहत ट्रेन में यात्रियों को परोसा गया भोजन

Jul 19, 2024 12:12

गोंडा जिले में हुई रेल दुर्घटना के बाद, डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के यात्रियों को सुरक्षित रूप से गोरखपुर स्टेशन तक पहुंचाया गया। देर रात, जब रिलीफ ट्रेन प्लेटफॉर्म पर रुकी और उसमें से थके-हारे, परेशान, लेकिन राहत महसूस करते यात्री उतरे। ये वही यात्री थे जो कुछ घंटे पहले एक भयावह रेल दुर्घटना का सामना कर चुके थे। सदर तहसीलदार के नेतृत्व में एक टीम ने सबसे पहले यात्रियों ...

Gorakhpur News : गोंडा रेल हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। गोंडा जिले में चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 15904 के कई डिब्बे मोतीगंज और झिलाही रेलवे स्टेशनों के बीच पटरी से उतर गए। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में चार लोगों की जान चली गई और 20 से अधिक यात्री घायल हो गए।

गोरखपुर रेल प्रशासन ने रिलीफ ट्रेन की व्यवस्था की
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और रेलवे अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी तुरंत राहत और बचाव कार्यों के निर्देश जारी किए। गोरखपुर रेल प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा और सहायता को प्राथमिकता देते हुए एक विशेष रिलीफ ट्रेन की व्यवस्था की। 

जिला प्रशासन ने पीड़ित यात्रियों की मदद  
जिला प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों ने भी पीड़ित यात्रियों की मदद की। जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश के नेतृत्व में, सदर तहसील प्रशासन ने यात्रियों के लिए भोजन और पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर मृणाली अविनाश जोशी और सदर तहसीलदार ध्रुवेश कुमार सिंह ने स्वयं मौके पर उपस्थित रहकर राहत कार्यों का निरीक्षण किया। रात के अंधेरे में भी अधिकारियों का मानवीय पक्ष उजागर हुआ। नायब तहसीलदार देवेंद्र यादव, हिमांशु सिंह और जाकिर हुसैन सहित अन्य कर्मचारियों ने अपने हाथों से यात्रियों को भोजन परोसा। 

दुर्घटना से पहले सुनाई दी थी तेज धमाके की आवाज
हालांकि, इस दुर्घटना ने कई सवाल भी खड़े किए हैं। ट्रेन के लोको पायलट का बयान चिंता का विषय है। उन्होंने बताया कि दुर्घटना से पहले उन्होंने एक तेज धमाके की आवाज सुनी थी। लोको पायलट के बयान से  इस बात की आशंका भी बढ़ जाती है कि क्या ये कोई एक्सीडेंट था या कोई बड़ी साजिश?

जांच के लिए ATS नियुक्त
इस गंभीर मामले की जांच के लिए उत्तर प्रदेश एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) को नियुक्त किया गया है। ATS की एक विशेष टीम घटनास्थल का निरीक्षण करेगी और सभी पहलुओं की बारीकी से जांच करेगी। यह जांच न केवल दुर्घटना के कारणों को उजागर करेगी, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में भी मदद करेगी।

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