Deoria News : फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी कर रहे दो प्रधानाध्यापक बर्खास्त

UPT | बेसिक शिक्षा कार्यालय

Nov 22, 2024 10:56

देवरिया जिले में फर्जी शैक्षिक प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी कर रहे दो प्रधानाध्यापकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। यह कार्रवाई लंबी जांच प्रक्रिया के बाद की गई, जिसमें एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।

Short Highlights
  • फर्जी शैक्षिक प्रमाणपत्रों के आधार पर ली थी नौकरी 
  • एसटीएफ ने की जांच, दोनों के दस्तावेज फर्जी पाए गए
  • भागलपुर और बनकटा विकास खंड के प्रधानाध्यापक शामिल
  • संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से शिक्षा शास्त्री का प्रमाणपत्र निकला फर्जी
  • अलग-अलग मामले में कई माह तक चली जांच, बीएसए ने की कार्रवाई
Deoria News : देवरिया जिले में फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में अलग-अलग विकास खंडों में तैनात दो प्रधानाध्यापकों के शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। पिछले कई महीनों से उनके खिलाफ जांच चल रही थी। उनके खिलाफ एसटीएफ से भी शिकायत की गई थी। प्रमाण पत्रों की सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद बीएसए ने दोनों शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया। इन्हें मिलाकर जिले में पिछले पांच साल के अंदर 75 से ज्यादा शिक्षकों की सेवाएं समाप्त की जा चुकी हैं।

दस्तावेज में किसी दूसरे छात्र का नाम अंकित
बीएसए शालिनी श्रीवास्तव ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर हुई नियुक्तियों की लगातार जांच की जा रही है। इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ लखनऊ ने भागलपुर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बलिया दक्षिण के प्रधानाध्यापक संतोष कुमार उपाध्याय की नियुक्ति से संबंधित समस्त दस्तावेज मांगे थे। 25 जून 2022 को उनके कार्यालय को संबंधित का शैक्षिक व प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भेज दिया गया। वहां से जांच के बाद मिली आख्या के अनुसार संतोष कुमार उपाध्याय के संपूर्णानंद संस्कृत विवि वाराणसी से संचालित शिक्षा शास्त्री अंक पत्र का सत्यापन कराया गया, पता चला कि यहां के दस्तावेज में किसी दूसरे छात्र का नाम इस स्थान पर अंकित है। ऐसे में यह पुष्ट हो गया कि वह फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे हैं। 

फर्जी मार्कशीट की पुष्टि होने पर हुई कार्रवाई
इसी प्रकार बनकटा विकास खण्ड के प्राथमिक विद्यालय परगसहा के प्रधानाध्यापक राजेश कुमार शर्मा से एसटीएफ लखनऊ द्वारा शैक्षिक प्रमाण पत्र मांगे गये थे। सत्यापन में पाया गया कि राजेश कुमार पुत्र रमेश चन्द्र शर्मा ने रतनसेन सिंह इंटर कॉलेज बांसी, जनपद सिद्धार्थनगर से हाईस्कूल व इंटरमीडिएट उत्तीर्ण किया है। फर्जी मार्कशीट के आधार पर नौकरी करने की पुष्टि होने पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की गयी।
 
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