World COPD Day 2024 : गोरखपुर में निकाली गई रैली, फेफड़ों के स्वास्थ्य के प्रति किया गया जागरूक

UPT | चेस्ट फिजीशियन डॉ. नदीम अरशद के नेतृत्व में रैली निकाली

Nov 20, 2024 14:52

गोरखपुर में विश्व सीओपीडी दिवस के अवसर पर एक विशेष जन जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। बेतियाहाता से शुरू हुई इस रैली में चेस्ट फिजीशियन डॉ. नदीम अरशद के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। रैली का मुख्य उद्देश्य लोगों को फेफड़ों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना था।

Gorakhpur News : गोरखपुर में विश्व सीओपीडी दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण जन जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। चेस्ट फिजीशियन डॉ. नदीम अरशद के नेतृत्व में बेतियाहाता से निकली इस रैली का मुख्य उद्देश्य लोगों को फेफड़ों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना था।

गंभीर श्वसन रोग है सीओपीडी
इस वर्ष का विशेष थीम "अपने फेफड़ों की कार्य क्षमता को जानें" रखा गया है, जो फेफड़ों की नियमित जांच के महत्व पर जोर देता है। क्रोनिक ऑबसट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) एक गंभीर श्वसन रोग है, जिसके प्रमुख लक्षणों में सांस फूलना, लगातार खांसी और बलगम की समस्या शामिल है।


प्रतिवर्ष लगभग 30 लाख लोगों की मृत्यु
विश्व स्वास्थ्य आंकड़ों के अनुसार, प्रतिवर्ष लगभग 30 लाख लोगों की मृत्यु सीओपीडी के कारण होती है। विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ती उम्र की आबादी और तंबाकू सेवन के कारण यह संख्या और बढ़ सकती है।

महत्वपूर्ण उपकरण है स्पाइरोमेट्री टेस्ट 
डॉ. अरशद ने बताया कि स्पाइरोमेट्री टेस्ट फेफड़ों की कार्यक्षमता मापने का एक महत्वपूर्ण उपकरण है। यह न केवल सीओपीडी के निदान में सहायक है, बल्कि समग्र स्वास्थ्य का भी एक महत्वपूर्ण संकेतक है। उन्होंने कहा कि फेफड़ों की कार्यक्षमता में मामूली कमी भी जीवन के लिए खतरनाक हो सकती है।

धूम्रपान के खिलाफ जागरूकता
रैली के दौरान विशेष रूप से वायु प्रदूषण और धूम्रपान के खिलाफ जागरूकता फैलाई गई। साथ ही, लोगों को नियमित स्वास्थ्य जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की सलाह दी गई। चिकित्सा विशेषज्ञों ने बताया कि यद्यपि सीओपीडी का पूर्ण इलाज संभव नहीं है, लेकिन समय पर निदान और उचित देखभाल से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है।

कार्यक्रम में मौजूद रहे चिकित्सक 
कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, चिकित्सकों और स्थानीय नागरिकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस अवसर पर निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का भी आयोजन किया गया, जहां लोगों के फेफड़ों की क्षमता की जांच की गई।

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