कुशीनगर में गंडक नदी का उफान : प्रशासन ने बचाए 60 से अधिक फंसे लोग, राहत कार्य जारी

UPT | राहत कार्य जारी

Jul 07, 2024 20:00

नेपाल के बाल्मीकिनगर बैराज से लगभग 4 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण, नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा, जिसने आसपास के कई गांवों को प्रभावित किया।

Kushinagar News : कुशीनगर जनपद में गंडक नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि ने स्थानीय प्रशासन और निवासियों के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति उत्पन्न कर दी है। नेपाल के बाल्मीकिनगर बैराज से लगभग 4 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण, नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा, जिसने आसपास के कई गांवों को प्रभावित किया।

नदी के दूसरी ओर फंस लोगों 
मरचहवा, शिवपुर, बसंतपुर, नारायणपूर, हरिहरपुर और सोहगी बरवा जैसे गाँवों में जलस्तर में वृद्धि देखी गई। इस स्थिति ने विशेष रूप से कृषि कार्यों में संलग्न ग्रामीणों के लिए संकट पैदा कर दिया, जो नदी के दूसरी ओर फंस गए थे। इस आपातकालीन स्थिति का जायजा लेने के लिए, खड्डा के विधायक विवेकानंद पांडेय, जिलाधिकारी उमेश मिश्रा और पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने संयुक्त रूप से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने बचाव कार्यों का निरीक्षण किया और प्रभावित लोगों से बातचीत की।



फंसे हुए लोगों के बचाया गया
अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए, फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए व्यापक अभियान चलाया। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी व्यक्ति पीछे न छूटे, सभी घरों की पुनः जाँच करने का आदेश दिया। इसके अतिरिक्त, बाढ़ राहत शिविरों, शरणार्थी केंद्रों और सामुदायिक रसोईघरों को तुरंत सक्रिय करने के निर्देश दिए गए।

60 से अधिक लोग को निकाला
विधायक पांडेय ने बताया कि 60 से अधिक लोग, जो कृषि कार्य के लिए नदी पार गए थे, बढ़े हुए जलस्तर के कारण फंस गए थे। हालाँकि, जिला प्रशासन और एसडीआरएफ टीम के संयुक्त प्रयासों से उन्हें सफलतापूर्वक बचा लिया गया।जिलाधिकारी मिश्रा ने बताया कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को सतर्क रहने और लगातार निगरानी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी बताया कि राहत सामग्री का समान वितरण सुनिश्चित किया जा रहा है।

प्रशासन ने ग्रामीणों से की अपील 
पुलिस अधीक्षक जायसवाल ने कहा कि पुलिस बल पूरी तरह से सक्रिय है और संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। उन्होंने आपदा मित्रों की भूमिका की भी सराहना की, जो स्थिति पर नजर रखने में मदद कर रहे हैं। प्रशासन ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें, बिजली के उपकरणों का उपयोग न करें, और अपने मूल्यवान सामान और पशुओं को ऊँचे स्थानों पर रखें। किसी भी आपात स्थिति के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।

Also Read