रविवार को हुई बैठक में तय किया गया कि विश्वविद्यालय की सभी ऊर्जा आवश्यकताएं सौर ऊर्जा के माध्यम से पूरी की जाएंगी। इसके लिए जरूरी व्यवस्था और सिस्टम स्थापित किए जाएंगे। साथ ही, विश्वविद्यालय परिसर को ग्रीन कैम्पस बनाने के लिए 11,000 पौधों का रोपण भी किया जाएगा।