महायोगी गोरखनाथ विवि में श्रद्धांजलि सभा : कुलपति बोले- ब्रह्मलीन महंत द्वय ने शिक्षा में जगाई नई क्रांति की अलख

UPT | श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

Sep 20, 2024 17:13

युग पुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज एवं राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ जी महाराज की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में महायोगी गोरखनाथ विवि में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ।

Gorakhpur News : गोरखपुर के महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में युग पुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज की 55वीं एवं राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ जी महाराज की 10वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम शुक्रवार को विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के पंचकर्म केंद्र सभागार में हुआ। 

शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति का संचार
इस अवसर पर मुख्य अतिथि महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एके सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवैद्यनाथ ने हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के विचारों के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति का संचार किया। 

सनातन धर्म के प्रबल प्रहरी
प्रो. सिंह ने कहा, "महंत दिग्विजयनाथ जी का व्यक्तित्व हिमालय के समान चट्टानी है, और उन्होंने सनातन धर्म के प्रबल प्रहरी की भूमिका निभाई। वहीं, महंत अवैद्यनाथ जी ने सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के लिए श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका जीवन वैचारिक पुष्पों का एक प्रतिमान प्रस्तुत करता है।"

कार्यक्रम में गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट मेडिकल साइंसेज के निदेशक कर्नल (डॉ.) राजेश बहल ने कहा कि "ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी एवं महंत अवैद्यनाथ जी ने अपने जीवन के हर क्षण में राष्ट्र, धर्म, आध्यात्म, संस्कृति, शिक्षा और समाज सेवा के माध्यम से लोक कल्याण के कार्य किए।"

शिक्षा की ज्योति से पूर्वांचल प्रकाशित
श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता करते हुए गोरक्षनाथ अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अवधेश अग्रवाल ने कहा, "महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवैद्यनाथ ने शिक्षा की जो ज्योति प्रज्वलित की है, उससे आज पूरा पूर्वांचल प्रकाशित हो रहा है।" 

शिक्षक और विद्यार्थी भी उपस्थित रहे
इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षक और विद्यार्थी भी उपस्थित रहे। संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो. सुनील कुमार सिंह ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि इस श्रद्धांजलि सभा का आयोजन महंत दिग्विजयनाथ जी और महंत अवैद्यनाथ जी के योगदान को याद करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।  डॉ. संदीप कुमार श्रीवास्तव, डॉ. अनुपमा ओझा, डॉ. विकास कुमार और अन्य शिक्षकों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की और महंतों के विचारों और कार्यों पर प्रकाश डाला। सभी ने यह संकल्प लिया कि वे महंतों के बताए मार्ग पर चलकर समाज की सेवा करेंगे।

यह श्रद्धांजलि सभा न केवल महंत दिग्विजयनाथ जी और महंत अवेद्यनाथ जी को समर्पित थी, बल्कि यह उनकी विचारधारा को आगे बढ़ाने का भी एक प्रयास था। आज के युवा पीढ़ी को उनके मार्गदर्शन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में कई विद्यार्थियों ने भी भाग लिया और महंतों की शिक्षाओं को आत्मसात करने का संकल्प लिया। सभी ने मिलकर महंतों की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। 

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