Jhansi News : अखिलेश यादव की समीक्षा बैठक में गरमा गई सियासत, दीपनारायण सिंह ने किया बड़ा ऐलान

UPT | दीपनारायण सिंह ने किया बड़ा ऐलान।

Sep 11, 2024 01:48

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने झांसी-ललितपुर सीट पर हार की समीक्षा बैठक की, जहां पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव ने घोषणा की कि वे अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे। जानें सियासत में आए इस बड़े बदलाव की पूरी जानकारी।

Jhansi News : झांसी-ललितपुर लोकसभा सीट पर इंडी गठबंधन की हार के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने लखनऊ पार्टी कार्यालय में समीक्षा बैठक की। यह बैठक लगभग साढ़े 3 घंटे तक चली, जिसमें झांसी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव ने ऐसा बयान दिया जिसने सियासी हलचल पैदा कर दी।

दीपनारायण का चौंकाने वाला ऐलान, अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे
इस बैठक में दीपनारायण सिंह यादव ने अखिलेश यादव से साफ कहा कि वे आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता पार्टी को जीत दिलाने और प्रदेश में सपा की सरकार बनाने पर रहेगी। हालांकि, इस बयान पर अखिलेश यादव ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इस मीटिंग में झांसी-ललितपुर के सपा पदाधिकारी भी मौजूद थे, जिन्होंने हार के कारणों पर चर्चा की।

अखिलेश ने सुनी नेताओं की बात, पर कोई जवाब नहीं दिया
बैठक में सपा नेता लोकसभा चुनाव में झांसी-ललितपुर सीट पर मिली हार पर चर्चा करने के लिए एकत्रित हुए थे। झांसी-ललितपुर सीट बुंदेलखंड की चार सीटों में से एक थी, जहां सपा की अगुवाई में इंडी गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा। जबकि, बुंदेलखंड की अन्य तीन सीटों पर सपा गठबंधन की जीत हुई थी। इस हार की समीक्षा के दौरान, दीपनारायण सिंह यादव ने घोषणा की कि वे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। वे गरौठा विधानसभा सीट से प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन अब उन्होंने खुद को इस दौड़ से बाहर कर दिया है।

सपा के कद्दावर नेता हैं दीपनारायण
दीपनारायण सिंह यादव सपा के कद्दावर नेताओं में से एक हैं। वे गरौठा विधानसभा से दो बार विधायक रह चुके हैं और उनकी पत्नी मध्य प्रदेश के निवाड़ी क्षेत्र से विधायक रह चुकी हैं। हालांकि, पिछले दो चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, उन्होंने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में निवाड़ी से किस्मत आजमाई थी, लेकिन असफल रहे। लोकसभा चुनाव में उन्होंने खजुराहो से नामांकन किया था, जो खारिज हो गया था।

500 करोड़ की संपत्ति जब्त हो चुकी है
दीपनारायण सिंह यादव पर भाजपा सरकार के दौरान आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज हुआ था। उनके खिलाफ कई केस भी दर्ज हुए, जिनमें कुख्यात बदमाश को छुड़ाने का आरोप भी शामिल है। इसके बाद पुलिस ने उनकी 500 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त कर ली थी। हालांकि, बाद में जमानत मिलने के बाद वे जेल से बाहर आ गए।

गरौठा से ब्राह्मण उम्मीदवार उतारने की तैयारी में सपा
गरौठा विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का मजबूत वोट बैंक है। आगामी विधानसभा चुनावों में सपा के सोशल इंजीनियरिंग फार्मूले के तहत ब्राह्मण उम्मीदवार उतारने की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं। पार्टी के अंदर इस बात पर विचार हो रहा है कि कैसे इस सीट को जीतने के लिए नए रणनीतिक कदम उठाए जाएं।

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