कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति विनय पाठक को आज राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने राजभवन में बुलाकर सम्मानित किया। यह सम्मान समारोह कार्यक्रम विवि को क्यूएस रैंकिंग में स्थान पाने को लेकर किया गया।
Nov 16, 2024 21:09
कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति विनय पाठक को आज राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने राजभवन में बुलाकर सम्मानित किया। यह सम्मान समारोह कार्यक्रम विवि को क्यूएस रैंकिंग में स्थान पाने को लेकर किया गया।
Kanpur News : कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति विनय पाठक को आज राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने राजभवन में बुलाकर सम्मानित किया। यह सम्मान समारोह कार्यक्रम विवि को क्यूएस रैंकिंग में स्थान पाने को लेकर किया गया।इस दौरान कुलाधिपति ने कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक समेत समस्त रिसर्च टीम को सम्मानित किया गया।
क्यूएस रैंकिंग में सम्मिलित सभी विश्वविद्यालयों के सम्मान में आयोजित हुआ कार्यक्रम
बता दें कि आज शनिवार को राज्यपाल द्वारा राजभवन में आज क्यूएस रैंकिंग में सम्मिलित सभी विश्वविद्यालयों के सम्मान में एक समारोह का आयोजन किया। समारोह में क्यूएस रैंकिंग दक्षिण एशिया के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अश्विन फर्नांडीज भी उपस्थित थे। इनकी उपस्थिति में राज्यपाल ने क्यूएस रैंकिंग धारक सभी विश्वविद्यालयों को प्रमाणपत्र वितरित किये। इस अवसर पर उन्होंने सभी प्रतिभागी विश्वविद्यालीय टीम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों ने अपने संसाधनों का बेहतरीन इस्तेमाल किया। विश्वविद्यालयों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि अपने संसाधनों से वे भविष्य में वैश्विक रैंकिंग प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करें। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग की बात करते हुए कहा कि यह छात्रों का कॅरियर और राष्ट्रनिर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
छात्रों ने राज्यपाल से विवि के उपलब्धियों पर की चर्चा
कानपुर सीएसजेएम विश्वविद्यालय, का प्रतिनिधित्व करते हुए कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक, डॉ संदीप सिंह, डॉ बृष्टि मित्रा और डॉ. राकेश कुमार शर्मा ने छात्रों के साथ प्रमाण पत्र प्राप्त किये। राज्यपाल से बात करते हुए छात्रों ने विश्वविद्यालय की हालिया उपलब्धियों के बारे में चर्चा की। छात्रों ने कहा कि उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय और सरकार के स्तर पर और अधिक सुविधाओं की आवश्यकता हैं। छात्रों ने बताया कि तकनीक के बदलते इस दौर में वे अपने शोध के लिए एआई टूल्स का इस्तेमाल करते है, वर्तमान दौर में एआई शोध कार्यो के लिए महत्वपूर्ण टूल्स बनता जा रहा है। ऐसे में विश्वविद्यालयों को एआई युक्त रिसर्च कम्प्यूटर लैब की अधिकाधिक संख्या में निर्माण करने की आवश्यकता है। छात्रों का कहना था कि बिना जेआरएफ वाले नेट या अन्य शोध छात्रों को भी फेेलोशिप मिलनी चाहिये, जिससे शोध की गुणवत्ता को और अधिक परिष्कृत करने में सफलता मिलेगी।