Farrukhabad News : आदमखोर तेंदुआ हजारों ग्रामीणों पर पड़ा भारी, किसी का मुंह तो किसी की नाक नोंच कर किया घायल

UPT | तेंदुए को पिंजड़े में बंद करते वन विभाग के कर्मचारी

Dec 10, 2024 19:58

फर्रुखाबाद में आदमखोर तेंदुए के हमले से 14 लोग घायल हुए हैं। तेंदुए के आतंक से हजारों ग्रामीण दहशत में थे। तेंदुए ने कई लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया है, जिसमें किसी का मुंह तो किसी की नाक नोंचने जैसी भयानक घटनाएं शामिल हैं।

Farrukhabad News : यूपी के फर्रुखाबाद में सोमवार को दिन दहाड़े आदमखोर तेंदुए का आतंक देखने को मिला। आदमखोर तेंदुआ छह गांवों के हजारों ग्रामीणों पर भारी पड़ गया। ग्रामीण झुंड बनाकर जैसे ही तेंदुआ के पास पहुंचते थे, वह जानलेवा हमला कर देता था। इस दौरान उसने किसी की नाक नोची, तो किसी किसी का मुंह नोंच कर भाग जाता था। वन विभाग के कर्मचारी आलू के खेत में उसकी तलाश कर रहे थे, इसी दौरान उसने छलांग मारकर घायल कर दिया।

तेंदुए ने सुबह स्कूल जा रहे साईकिल सवार छात्रों सुखदेव और शिवम पर हमला कर दिया। छात्रों को बचाने में पावन नाम का ग्रामीण घायल हो गया। तेंदुआ होने की खबर फैली तो बाबा नगला, पटपरागंज, रायपुर, मटा की मढ़ाया, जसमई, खतवापुर, टिकुरियन नगला ग्रामीण बघार नाला के दोनों तरफ खेतों में तेंदुआ का पीछा करने लगे। तेंदुआ जिधर हमला करता, तो सैकड़ों लोग एक साथ भाग खड़े होते।

डॉक्टरों की टीम और एंबुलेंस तैनात की गईं 
तेंदुए के हमले से एक के बाद एक ग्रामीण लगातार घायल हो रहे थे। डीएम ने तत्काल सीएमओ को डॉक्टरों की टीम और एंबुलेंस भेजने के निर्देश दिए। इसके बाद मौके पर मेडिकल टीमों के साथ ही पांच एंबुलेंस मौके पर पहुंच गईं। गंभीर रूप से घायल ग्रामीणों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामूली रूप से घायल ग्रामीणों का प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।

कानपुर चिड़ियाघर भेजा गया तेंदुआ 
फर्रुखाबाद से रेस्क्यू कर तेंदुए को कानपुर चिड़ियाघर भेजा गया। रेस्क्यू करने गए चिड़ियाघर के चिकित्सक डॉ नासिर ने बताया कि तेंदुआ झड़ी में छिपकर कर बैठा था। जेसीबी से उसपर दो डॉर्ट दागीं गईं। तब जाकर उसे पकड़ा जा सका, उसकी अनुमानित उम्र आठ वर्ष के करीब है। उसके पंजे पर गहरी चोंट के साथ ही सिर और पीठ पर सूझन है। ऊपर और नीचे के दांत भी टूटे हुए हैं। 

 क्वॉरेंटाइन किया गया 
जंगल में शिकार नहीं कर पाने की वजह से आबादी में आ गया था। चिड़ियाघर में इसका इलाज किया जाएगा। फिलहाल तेंदुए को चिड़ियाघर स्थित अस्पताल में 15 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन किया गया है। बीते 26 नवंबर को लखीमपुर खीरी से एक आदमखोर बाघ को लाया गया था, 29 नवंबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।

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