कानपुर टेस्ट मैच में टीम इंडिया का दे दनादन : भारतीय बल्लेबाजों ने टी-20 स्टाइल में की बैटिंग, 34 ओवर में ही ठोक डाले 285 रन

UPT | भारतीय बल्लेबाजों ने तूफानी बल्लेबाजी की।

Oct 01, 2024 02:25

कानपुर टेस्ट में शुरुआती तीन दिन बारिश ने काफी खलल डाला था। दो दिन तो खेल ही रद्द करना पड़ा, लेकिन जब चौथे दिन का खेल शुरू हुआ तो टीम इंडिया का तूफान देखने को मिला। टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने ऐसा बल्ला घुमाया कि विश्व क्रिकेट के सारे रिकॉर्ड धड़ाधड़ टूटते चलते गए।

Short Highlights
  • भारत ने अपनी पहली पारी नौ विकेट पर 285 रन पर घोषित की
  • बांग्लादेश पर ली 52 रनों की बढ़त, मेहमान टीम ने पहली पारी में बनाए थे 233 रन
  • बांग्लादेश की दूसरी पारी लड़खड़ाई, 26 रन पर गंवाए दो विकेट
India vs Bangladesh Test Match : भारत और बांग्लादेश के बीच कानपुर के ग्रीन पार्क में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन का खेल समाप्त हो गया है। चौथे दिन मैच रोमांचक स्थिति में पहुंच गया है। टीम इंडिया ने बांग्लादेश की पहली पारी 233 रन पर ऑलआउट करने के बाद अपनी पहली पारी 285/9 के स्कोर पर घोषित की। इस तरह टीम इंडिया ने बांग्लादेश पर 52 रनों की बढ़त हासिल की। भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने शानदार गेंदबाजी करते हुए बांग्लादेश के दो बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया है। दिन का खेल समाप्त होने तक बांग्लादेश ने दो विकेट पर 26 रन बना लिए हैं। बांग्लादेश की टीम फिलहाल 26 रन पीछे चल रही है। 

बारिश ने तीन दिन तक खेल में डाला था खलल
कानपुर टेस्ट में शुरुआती तीन दिन बारिश ने काफी खलल डाला था। दो दिन तो खेल ही रद्द करना पड़ा, लेकिन जब चौथे दिन का खेल शुरू हुआ तो टीम इंडिया का तूफान देखने को मिला। टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने ऐसा बल्ला घुमाया कि विश्व क्रिकेट के सारे रिकॉर्ड धड़ाधड़ टूटते चलते गए। कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर की जुगलबंदी बैजबॉल से भी ज्यादा अटैकिंग क्रिकेट दिखा रही है। कल तक जो टेस्ट मैच बारिश में धुलता नजर आ रहा था, अब चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद भारत की मुट्ठी में है।

भारतीय बल्लेबाजों के आगे बांग्लादेशी गेंदबाज पस्त
टीम इंडिया पहली पारी में जब बैटिंग करने उतरी तो किसी को विश्वास नहीं था कि भारतीय बल्लेबाज रनों की बारिश करेंगे। 3 ओवर में 51 रन। 10.1 ओवर में 100 रन। 18.2 ओवर 150 रन। 25 ओवर में 200 रन। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में किसी टीम ने कभी इतनी तेज बैटिंग नहीं की। इतिहास में ऐसा मौका कभी नहीं आया जब सिर्फ 34 ओवर में ही पहली बार घोषित कर दी गई हो। रोहित शर्मा और गौतम गंभीर इतने बोल्ड फैसले लेकर बैजबॉल की हवा निकाल रहे हैं। चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद बांग्लादेश ने अपनी दूसरी पारी में सिर्फ 26 रन पर ही दो विकेट गंवा दिए हैं। भारत के पास 26 रन की लीड है।

भारतीय बल्लेबाजों ने टी-20 स्टाइल में की बैटिंग
दो दिन खराब मौसम के बाद कानपुर में आज धूप खिली। दूसरे और तीसरे दिन कोई खेल नहीं हो सका था। बांग्लादेश ने अपने पहले दिन के स्कोर 107 रन से खेलना शुरू किया और 233 रन पर सिमट गई। इसके बाद भारतीय बल्लेबाजों ने टी-20 स्टाइल में बैटिंग शुरू की। टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 50, 100, 150, 200 और 250 रन का रिकॉर्ड बना डाला और 52 रन की लीड लेकर सिर्फ 34.4 ओवर में नौ विकेट खोकर 285 रन पर अपनी पहली पारी घोषित की। भारत के लिए खब्बू ओपनर यशस्वी जायसवाल ने सबसे ज्यादा 51 गेंद में 72 रन बनाए। भारत ने प्रति ओवर आठ से ऊपर की दर से रन बनाए। भारत ने टी-20 के तेवरों के साथ बल्लेबाजी की। भारत ने 50 रन तीसरे ओवर में ही पूरे कर लिए जो कि विश्व रिकॉर्ड था, इसके बाद तो सारे रिकॉर्ड टूटटे चले गए।

पहली पारी में 233 रन ही बना सकी बांग्लादेशी टीम
पहले दिन के स्कोर तीन विकेट पर 107 रन से आगे खेलते हुए बांग्लादेश ने मुश्फिकुर रहीम (11) को छठे ओवर में जसप्रीत बुमराह ने क्लीन बोल्ड किया, इसके बाद तो विकेट की झड़ी लग गई। जसप्रीत बुमराह ने तीन जबकि मोहम्मद सिराज, आकाश दीप और रवि अश्विन ने दो-दो विकेट लेते हुए बांग्लादेश को 233 रन पर समेट दिया। मोमिनुल ने 13वां शतक पूरा किया, लेकिन उन्हें दूसरे छोर से मदद नहीं मिल सकी। रविंद्र जडेजा 300 विकेट लेने वाले सातवें भारतीय गेंदबाज बन गए। वह 300 टेस्ट विकेट और 3000 टेस्ट रन सबसे तेजी से पूरे करने वाले इंग्लैंड के इयान बाथम के बाद दूसरे खिलाड़ी भी बन गए।

रोहित के शानदार कैंच ने सबको कर दिया दंग
कानपुर टेस्ट मैच के चौथे दिन कप्तान रोहित शर्मा ने एक ऐसा कैच लिया, जिसने बल्लेबाज से लेकर अंपायर, फैंस और साथी खिलाड़ियों को हैरान कर दिया। इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। दरअसल, बांग्लादेश की पहली पारी के 50वें ओवर में सिराज गेंदबाजी कर रहे थे। ओवर की तीसरी गेंद पर लिटन ने सिराज को चार्ज करना चाहा और एक आक्रामक शॉट खेला। गेंद हवा में मिड ऑफ पर गई। लिटन ने गेंद पर जोरदार हिट लगाया था और आमतौर पर ऐसे शॉट पर गेंद चौके के लिए जाती है। हालांकि, मिड ऑफ पर तैनात रोहित ने हवा में उछले और एक हाथ से कैच लिया। इसके बाद सिराज, कोहली समेत बाकी खिलाड़ी उन्हें बधाई देने पहुंचे। वहीं, लिटन को तो यकीन नहीं हुआ। वह कुछ सेकंड तक क्रीज पर ही खड़े रहे और रोहित को घूरते रहे। लिटन 13 रन बना सके। 
टेस्ट में 300 विकेट लेने पर रविंद्र जडेजा ने कही ये बात 
बांग्लादेश के खिलाफ जारी दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने बड़ी उपलब्धि हासिल की। उनके नाम अब टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट दर्ज हो गए हैं। दिग्गज ने इस रिकॉर्ड को हासिल करने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए बहुत खुशी की बात है और उन्हें खुद पर गर्व है। इस भारतीय ऑलराउंडर ने इस रिकॉर्ड को हासिल करने के बाद कहा कि यह खास है (300 टेस्ट विकेट)। मैं 10 साल से टेस्ट क्रिकेट खेल रहा हूं और आखिरकार मैं इस मुकाम पर पहुंच गया हूं। खुद पर गर्व महसूस कर रहा हूं। जब भी मैं भारतीय जर्सी पहनता हूं तो हमेशा खुश और उत्साहित रहता हूं। एक युवा खिलाड़ी के रूप में मैंने सफेद गेंद से क्रिकेट खेलना शुरू किया। हर कोई कहता था कि मैं सफेद गेंद का विशेषज्ञ हूं। धीरे-धीरे मैंने अपने खेल में सुधार किया और पिछले कुछ सालों में इसका फायदा भी मिला है। जब मैं बल्लेबाजी के लिए जाता हूं, तो मैं हमेशा खुद को कुछ समय देने और स्थिति को समझने की कोशिश करता हूं।

Last wicket of the innings and it's a special one for @imjadeja 😎

3⃣0⃣0⃣ wickets in Test Cricket 👏👏

Live - https://t.co/JBVX2gz6EN#TeamIndia | #INDvBAN | @IDFCFIRSTBank pic.twitter.com/1hZhQcq7Vz

— BCCI (@BCCI) September 30, 2024
वहीं, टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्केल ने भी जडेजा की तारीफ में कसीदे पढ़े। उन्होंने कहा- वह एक संपूर्ण पैकेज हैं, उनके हाथ जादुई हैं। 300 विकेट क्लब में शामिल होना खास है। सोमवार को रवींद्र जडेजा ने टेस्ट में 300 विकेट हासिल किए। उन्होंने खालिद अहमद को आउट किया और इस उपलब्धि को हासिल किया। वह ऐसा करने वाल सातवें भारतीय खिलाड़ी हैं।  उनसे पहले कपिल देव, अनिल कुंबले, हरभजन सिंह, जहीर खान, रविचंद्रन अश्विन और इशांत शर्मा ने ऐसा किया है। जडेजा ने टेस्ट में 300 विकेट पूरे करने के लिए 17428 गेंद लिए, जो कि गेंद के हिसाब से भारतीय गेंदबाजों में दूसरा सबसे तेज है। उनसे आगे सिर्फ रविचंद्रन अश्विन हैं। अश्विन ने इस खास मुकाम तक पहुंचने के लिए 15636 गेंद लिए थे। 

Also Read