Kanpur News : महामारी की तरह बढ़ रही डायबिटीज, हरित क्रांति के बाद आई मधुमेह रोगियों की बाढ़

UPT | डायबिटीज वर्कशॉप के बारे में जानकारी देते आईएमए के पदाधिकारी।

Feb 23, 2024 17:06

आईएमए कानपुर और डायबिटीज एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान सोसाइटी फॉर प्रिवेंशन एंड अवेर्नेस ऑफ डायबिटीज (SPAD) की ओर से 25 फरवरी को 'श्री अन्न (मिलेट्स) की डायबिटीज नियंत्रण में भूमिका' विषय पर...

Kanpur News : आईएमए कानपुर और डायबिटीज एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान सोसाइटी फॉर प्रिवेंशन एंड अवेर्नेस ऑफ डायबिटीज (SPAD) की ओर से 25 फरवरी को 'श्री अन्न (मिलेट्स) की डायबिटीज नियंत्रण में भूमिका' विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यशाला सिविल लाइंस स्थित मर्चेंट चैबर हॉल में आयोजित की जाएगी। यह जानकारी एग्जीक्यूटिव मेंबर डॉ. ऋषि शुक्ला ने पत्रकार वार्ता के दौरान दी।

ऐसे बदल गई हमारी जीवन शैली
डॉ. दीपक यामनिक ने बताया कि आजकल अन्न का प्रचार-प्रसार एवं उपयोग अधिक मात्रा में होने लगा है। इस पर विमर्श के लिए पुणे से आहार विशेषज्ञ शिल्पा जोशी तथा लखनऊ से डॉ. नरसिंह वर्मा आ रहे हैं। डॉ. संगीता शुक्ला ने बताया कि आज से 200 साल पहले हम लोग गेहूं एवं चावल का सेवन बहुत कम करते थे। हरित क्रांति के बाद से इन सब चीजों की बाढ़ सी आ गई है। इसके साथ ही हमारी जीवन शैली भी बदल गई है। हर दसवां व्यक्ति डायबिटीज से पीड़ित है। 

देश में डायबिटीज के 11 करोड़ मरीज
डॉ. संगीता शुक्ला ने बताया कि इंडियन स्टडीज के मुताबिक, हर वर्ष 11.7 प्रतिशत मरीज डायबिटीज के बढ़ रहे हैं। पूरे देश में 11 करोड़ लोग डायबिटीज मरीज हैं। 13.7 करोड़ लोग प्री-डायबिटीज मरीज हैं। उन्होंने बताया कि शिल्पा जोशी अन्न का शुगर कण्ट्रोल में क्या रोल हैं, विषय पर जानकारी देंगी। ऐसा देखा गया है कि यदि हम अपना खान-पान परिवर्तित कर दें तो शुगर और वजन दोनों पर नियंत्रण काफी हद तक संभव है। इस कार्यक्रम में डॉ. ऋषि शुक्ला ने मूल विषय 'माइंड सेट एंड मेडिकल न्यूट्रिशन' पर जानकारी देंगे।

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