Kanpur News : दिवाली से पहले रेड जोन में पहुंचा शहर, हवा हुई खराब, एक्यूआई 186

UPT | दिवाली से पहले रेड जोन में पहुंचा शहर

Oct 31, 2024 08:00

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिवाली से एक दिन पहले यानी बुधवार की सुबह एक्यूआई ग्रीन जोन 55 एक्यूआई के बीच पहुंच गई। जबकि दोपहर में यलो जोन यानी शहर में प्रदूषण की स्थिति 95 एक्यूआई और रात दस बजे यह बढ़कर रेड जोन यानि प्रदूषण की मात्रा 186 एक्यूआई पहुंच गई।

Kanpur News : त्योहारी सीजन में बाजारों में होने वाली वाहनों की भीड़ से उठने वाले धुएं, कूड़ा जलाने और धूल के कारण शाम के समय हवा खराब हो गई। दोपहर में शहर में प्रदूषण की मात्रा 76 एक्यूआई के करीब थी, लेकिन देर रात करीब नौ बजे तक 176 तक और रात 10 बजे यह 186 पहुंच गई। सुबह ग्रीन जोन से शुरुआत के बाद रात को शहर रेड जोन में पहुंच गया।

एक घंटे में 10 एक्यूआई बढ़ा
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिवाली से एक दिन पहले यानी बुधवार की सुबह एक्यूआई ग्रीन जोन 55 एक्यूआई के बीच पहुंच गई। जबकि दोपहर में यलो जोन यानी शहर में प्रदूषण की स्थिति 95 एक्यूआई और रात दस बजे यह बढ़कर रेड जोन यानि प्रदूषण की मात्रा 186 एक्यूआई पहुंच गई। प्रदूषण की मात्रा रात 9 बजे 176 थी जो एक घंटे में प्रति क्यूबिक मीटर 10 एक्यूआई बढ़ गया। इससे साफ है कि शाम से रात तक शहर में प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है। दिन का पारा बुधवार को एक डिग्री बढ़कर 35.2 डिग्री पर पहुंच गया, लेकिन न्यूनतम तापमान तीन दिन में 1.5 डिग्री घटकर 19.6 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है।
<iframe width="560" height="315" src="https://www.youtube.com/embed/Z5VmdONOCFE?si=EAGspXB0wRaqonTK" title="YouTube video player" frameborder="0" allow="accelerometer; autoplay; clipboard-write; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture; web-share" referrerpolicy="strict-origin-when-cross-origin" allowfullscreen></iframe>
5 नवंबर से ठंड बढ़ना शुरू हो जाएगी
मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल की ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी शुरू होने के बाद ही मैदानी क्षेत्रों में ठंड का असर बढ़ेगा। इस तरह का मौसम आने में लगभग एक सप्ताह और लगेंगे। यानि 5 नवंबर से ठंड धीरे-धीरे बढ़ना शुरू हो जाएगी। जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, उसके साथ ही प्रदूषण की मात्रा में भी बढ़ोतरी होने लगेगा। दरअसल ओस अधिक पड़ने के कारण जमीन से उठकर ऊपर जाने वाला धूल और धुएं के कण एक परत के रूप में शहर के ऊपर करीब 3 किलोमीटर की ऊंचाई पर परत के रूप में जमा हो जाते हैं। जिससे सांस के मरीजों को दिक्कत होने लगती है।

एक दर्जन से अधिक विभाग शामिल
डीएम के माध्यम से सभी विभागों को प्रदूषण रोकने के लिए सीपीसीबी की ओर से जारी गाइड लाइन के विषय में जानकारी दे दी गई है। जिसमें पीडब्ल्यूडी, केडीए, सिंचाई विभाग, एनएच, नगर निगम, परिवहन विभाग, परिवहन निगम सहित एक दर्जन से अधिक विभाग शामिल हैं। गड़्ढों वाली सड़कें, कूड़ा जलाना, भवन निर्माण सामग्री को खुले में रखना और उस पर समय-समय पर छिड़काव न करना, पुराने वाहन जिनकी समय-समय पर मरम्मत नहीं होती, खेतों में पराली जलाना जैसी कई वजहें शामिल हैं।

Also Read