जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में हुए हादसे में कानपुर शिवराजपुर के दुर्गापुर गांव में रहने वाले जवान पवन यादव (38) की एक हादसे में मौत हो गई। परिवार को हादसे में शहीद होने की जानकारी मिलने के बाद से रो रोकर बुरा हाल है।
Jan 05, 2025 12:41
जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में हुए हादसे में कानपुर शिवराजपुर के दुर्गापुर गांव में रहने वाले जवान पवन यादव (38) की एक हादसे में मौत हो गई। परिवार को हादसे में शहीद होने की जानकारी मिलने के बाद से रो रोकर बुरा हाल है।
Kanpur News: जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में हुए हादसे में कानपुर शिवराजपुर के दुर्गापुर गांव में रहने वाले जवान पवन यादव (38) की एक हादसे में मौत हो गई। परिवार को हादसे में शहीद होने की जानकारी मिलने के बाद से रो रोकर बुरा हाल है। गांव में घर पर लोगों की भीड़ जमा हो गई है। बताया जा रहा है कि रविवार देर रात या फिर सोमवार को शहीद का पार्थिव शरीर कानपुर पहुंचेगा।
सेना के जवान की हुई मौत
जानकारी के मुताबिक शिवराजपुर के रहने वाला पवन यादव तमिल बटालियन में सिपाही के पद पर देना थे और उसकी तैनाती जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा जिले में थी। पवन यादव व उनके साथ अन्य साथी गाड़ी से जा रहे थे।तभी सेना का वाहन खाई में गिर गया और हादसे में चार सैनिकों की मौत हो गई।जिसमे पवन भी शामिल था।जबकि इनके कई अन्य साथी घयाल है।वही पवन की मौत की सूचना जब घर मे पहुंची तो घर मे कोहराम मच गया। बता दें कि पवन की पत्नी सुषमा और दो बच्चे तेजस और तनवी प्रयागराज में रहते हैं। जबकि दो भाइयों पारस और नीलेंद्र यादव का परिवार माता गोमती और पिता सतेंद्र के साथ रहता है।पवन के शहीद होने की जानकारी मिलते ही पत्नी बदहवास हो गई। कानपुर से पवन के भाई प्रयागराज पहुंचे और पवन की पत्नी और बच्चों को लेकर कानपुर पहुंच गए हैं।
उपजिलाधिकारी ने दी सांत्वना
गांव के सैकड़ों लोगों की भीड़ और रिश्तेदार घर पहुंच रहे हैं। वहीं, जिला प्रशासन व स्थानीय पुलिस भी सांत्वना देने के लिए पहुंची है। पवन के परिवार को सांत्वना देने के लिए उपजिलाअधिकारी भी पहुंचे उन्होंने परिवार को सांत्वना देते हुए कहा कि सरकार पवन के परिवार की हर संभव मदद करेगी।पवन की मौत की जानकारी मिलने के बाद से परिवार में शोक की लहर है। परिवार के लोगों को यह विश्वास नहीं हो रहा है कि पवन नहीं रहा। पवन के गांव के लोगों ने बताया कि पवन एक बहादुर जवान था। उसने देश की सेवा के लिए अपनी जान दे दी। गांव के लोगों ने पवन के बारे में बताया की वो एक सच्चे देशभक्त थे। उनकी शहादत को कभी नहीं भुलाया जा सकता है।