कानपुर जिले में महापौर प्रमिला पांडे द्वारा वर्षों से बंद पड़े मंदिरों को खुलवाने के अभियान को लेकर अब मुस्लिम धर्म गुरुओं ने मोर्चा खोल दिया है। इसको लेकर अब विवाद गहराने लगा है...
Jan 04, 2025 21:16
कानपुर जिले में महापौर प्रमिला पांडे द्वारा वर्षों से बंद पड़े मंदिरों को खुलवाने के अभियान को लेकर अब मुस्लिम धर्म गुरुओं ने मोर्चा खोल दिया है। इसको लेकर अब विवाद गहराने लगा है...
Kanpur News : यूपी के कानपुर जिले में महापौर प्रमिला पांडे द्वारा वर्षों से बंद पड़े मंदिरों को खुलवाने के अभियान को लेकर अब मुस्लिम धर्म गुरुओं ने मोर्चा खोल दिया है। इसको लेकर अब विवाद गहराने लगा है। मुस्लिम धर्म गुरुओं ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर इस संबंध में ज्ञापन भी दिया है और आरोप लगाया है कि महापौर शहर का सौहार्द बिगड़ने में लगी हुई है। वही महापौर प्रमिला पांडे ने भी सौहार्द बिगाड़ने की बात का खुलकर विरोध करते हुए कहा है की अब कानूनी कार्रवाई करूंगी और कहां है कि जिन मंदिरों में जिन्होंने कब्जा किया है उनको जेल भी भेजवाऊंगी।
बंद मंदिरों को खुलवाने के अभियान का मुस्लिम धर्म गुरुओं ने किया विरोध
बता दे की कानपुर की महापौर प्रमिला पांडे द्वारा मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में वर्षों से बंद पड़े मंदिरों को खोलने का अभियान चलाया जा रहा है। इस क्रम में महापौर ने पिछले काफी समय से बंद पड़े मंदिरों को खुलवाने का काम भी किया है। जिसको लेकर अब मुस्लिम धर्म गुरुओं ने इसका विरोध किया है। उल्मा अहले सुन्नत मशावर्ती बोर्ड में लिए गए फैसले के तहत आज शनिवार को एक ज्ञापन पुलिस कमिश्नर को सौंपा गया है। अपील की गई है कि बंद मंदिरों में हिंदू आबादी नहीं है। ऐसे में दूसरे एरिया से मूर्ति की पूजा करने के लिए लोग आएंगे तो हो सकता है कि कोई पत्थर फेंक दे। इससे शहर का माहौल बिगड़ सकता है।ज्ञापन में लिखा गया है कि मेयर साहिबा की नियत पर कोई सवाल नहीं उठाया है।वह सभी धर्म की मेयर है। 1991 एक्ट में बात क्लियर है कि जो पहले की यथास्थिति है वह कायम रहे। बाबरी मस्जिद फैसले में भी यही कहा गया है कि जो पहले की यथास्थिति है उनको बरकरार रखा जाए।कानपुर शहर गणेश शंकर विद्यार्थी और मौलाना हसरत मोहनी की धरती है।उसी तरह से हमको यहां रहना चाहिए। मुस्लिम क्षेत्र में मंदिरों में पूजा करने के लिए हम पैसे दे देते थे उनके देहांत के बाद अब वह मंदिर बंद है।
अब मैं करूंगी कानूनी कार्रवाई
वहीं मेयर प्रमिला पांडे ने इसका पलटवार करते हुए जवाब दिया है कि मुस्लिम धर्म गुरुओं ने पुलिस कमिश्नर को जो ज्ञापन सौंपा है उसके विषय में मुझे कुछ भी नहीं जानना है।मैं जो भी काम करती हूं सोच समझकर करती हूं।पूजा अधिनियम के तहत आजादी से पहले जो मंदिर है वो उन्ही स्थिति में बने रहेंगे। अब मैं कानूनी कार्रवाई करूंगी। नगर निगम में मौजूद पंचशाला से मैने 125 मंदिर जो दर्ज हैं उसको निकलवाया है। कोई भी यह एक्ट नहीं कहता है कि किसी धर्म के साथ खिलवाड़ करूं। लेकिन कुछ लोग कह रहे हैं कि मैं सौहार्द बिगड़ना चाहती हूं।उनसे मैं कहना चाहती हूं कि मेरे किसी भगवान का हाथ काट दिया है, किसी का गला काट दिया, शिव का अर्घा तक काट दिया है यह किसी कानून के अंतर्गत है।अब जिन लोगों ने मंदिर को तोड़ा है उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगी और जेल भिजवाऊंगी।