Kanpur News कानपुर सीट पर कांग्रेस से ज्यादा सपा दिख रही सक्रिय, बीजेपी खेमे में हलचल तेज

UPT | राहुल गांधी—अखिलेश यादव

Apr 08, 2024 19:03

कानपुर लोकसभा सीट पर गठबंधन प्रत्याशी को लेकर कांग्रेस से ज्यादा सपा की सक्रियता देखी जा रही है। सपा गठबंधन प्रत्याशी को लेकर रणनीति बना रही है। इसके साथ लगातार बैठकें कर रही है। जिसकी वजह से बीजेपी खेमे की हलचलें बढ़ गई है।

Kanpur (सुमित शर्मा) : यूपी के कानपुर का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। कानपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी हैट्रिक की लगाने की तैयारी कर रही है। वहीं, सपा-कांग्रेस गठबंधन बीजेपी के मनसूबों पर पानी फेरने की तैयारी में जुटे हैं। कानपुर संसदीय चुनाव में सपा का अनोखा अंदाज देखने को मिल रहा है। कांग्रेस से ज्यादा सपा के कार्यकर्ता और नेता सक्रिय दिख रहे हैं। सपा की सक्रियता देखकर बीजेपी खेमें में हलचल बढ़ गई है।

बीजेपी ने कानपुर सीट से रमेश अवस्थी को उतारा है। वहीं, सपा-कांग्रेस गठबंधन की तरफ से कांग्रेस ने आलोक मिश्रा को मैदान में उतारा है। बसपा सुप्रीमों मायावती ने युवा चेहरे के रूप में कुलदीप भदौरिया को प्रत्याशी बनाया है। सभी प्रत्याशी कानपुर संसदीय सीट को जीतने की रणनीति बना रहे हैं। कानपुर में बीजेपी और सपा-कांग्रेस गठबंधन के बीच सीधी लड़ाई है। लेकिन सपा की सक्रियता देखकर बीजेपी खेमा परेशान दिख रहा है।

तीन विधानसभा सीटों पर हैं सपा के विधायक
कानपुर में कांग्रेस से ज्यादा सपा की गतिविधियां तेज देखी जा रही हैं। सपा गठबंधन प्रत्याशी को लेकर एक दिन में आधा दर्जन से अधिक बैठकें और सेंधमारी की योजना पर काम कर रही है। सपा की सक्रियता से चुनावी सरगर्मियां बढ़ गईं हैं। जिसकी वजह से कानपुर में चुनावी माहौल बन गया है। कानपुर लोकसभा सीट पर पांच विधानसभा सीटें हैं। पांच विधानसभा सीटों में से तीन सीटों पर सपा के विधायक हैं। जबकि दो सीटों पर बीजेपी के विधायक हैं। सपा के तीनों विधायक मुस्लिम बाहुल क्षेत्रों से आते हैं।

गठबंधन प्रत्याशी को लेकर सपा ने झोंकी ताकत
सपा ने गठबंधन प्रत्याशी आलोक मिश्रा को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। सपा के महानगर अध्यक्ष फजल महमूद ने सीसामऊ क्षेत्र में बैठक कर 275 बूथ प्रभारी और पोलिंग एजेंट का परिचय गठबंधन प्रत्याशी आलोक मिश्रा से कराया। इसके साथ ही जमीनी स्तर पर गठबंधन प्रत्याशी के लिए माहौल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही पांचों विधानसभाओं में सपा गठबंधन प्रत्याशी को लेकर बैठकों का आयोजन करा रही है।

निकाय चुनाव में सपा ने दी थी टक्कर
सपा की गतिविधियों को देखकर बीजेपी परेशान दिख रही है। दरअसल बीते निकाय चुनाव में भी सपा ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी। बीजेपी की सीधी लड़ाई सपा से थी। प्रमिला पांडेय ने सपा की वंदना वाजपेई को हराया था। निकाय चुनाव में सपा का वोट प्रतिशत भी बढ़ा था। लोकसभा चुनाव में सपा की सक्रियता देखकर बीजेपी के खेमें में गतिविधियां बढ़ गईं हैं।

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