राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के महाप्रबंधक डॉ. सूर्यांशु ओझा ने किशोर बच्चों को इस मुद्दे पर शामिल करना महत्वपूर्ण बताया, क्योंकि वे भविष्य में देश का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने नियोजित जनसंख्या वृद्धि के साथ पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को बनाए रखने पर जोर दिया।