Bada Mangal 2024 : ज्येष्ठ मास का पहला मंगलवार आज, मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़

UPT | मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़

May 28, 2024 11:13

जेठ माह में पड़ने वाले बड़े मंगल पर लखनऊ में हर हनुमान मंदिर पर भक्तों की भीड़ लगी है। सोमवार रात से ही दर्शनार्थी मंदिरों में आने शुरू हो गए हैं और अब तक कई हजार भक्त मंदिरों में मत्था टेक चुके हैं। लाल लंगोटे वाले की ‘जयकारे’ के साथ भक्त हनुमान जी के दर्शन कर रहे हैं। तेज गर्मी और धूप का कोई मतलब नहीं। 

Lucknow News : हिंदू धर्म में 'बुढ़वा मंगल' का बहुत महत्व है। ज्येष्ठ माह के पहले मंगलवार को बड़ा मंगल कहा जाता है। इस साल जेठ के महीने में चार मंगलवार हैं - 28 मई, 4 जून, 11 जून और 18 जून। 'बड़ा मंगल' के दिन राजधानी लखनऊ में सुबह से ही भक्तों की कतारें मंदिरों में हनुमान जी के दर्शन के लिए लगी हुई हैं। सभी मंदिरों के बाहर सोमवार रात से भक्त पहुंचने लगे हैं। बडा़ मंगल को दर्शन के लिए लखनऊ में बड़े छोटे सभी हनुमान मंदिरों के कपाट रात में 12 बजे खुल चुके हैं। रात से ही दर्शन हो रहे हैं। हनुमान जी के दर्शन के लिए मंदिर भी पूरे दिन खुले रहेंगे।
 
सोमवार रात 12 बजे से शुरू हुए दर्शन
शहर में हनुमान सेतु मंदिर, अलीगंज के पुराने और नए हनुमान मंदिर, लालपुल के लेटे हुए हनुमान जी मंदिर, छांछीकुआं हनुमान मंदिर, गुलाचीन मंदिर सहित सभी मंदिरों मे सोमवार रात 12 बजे से दर्शन शुरू हो गए हैं। आज सभी मंदिरों को पूरे दिन भक्तों के लिए खोला जाएगा। मंदिरों में आरती का समय वही रहेगा जो हर दिन होता है। लेटे हुए हनुमान जी  मंदिर में सुबह 5 बजे मंगला आरती के साथ मंदिर खुल जाएगा और रात 12 बजे तक दर्शन होंगे। सुबह 8:30 बजे हनुमान जी को सिंदूरी चोला चढ़ाया जाएगा। छांछीकुआं हनुमान मंदिर में सुबह 4 बजे आरती के बाद पट खोल दिए जाएंगे। यहां मुख्यद्वार से प्रवेश होगा और चैनल गेट से निकासी होगी।

लखनऊ वासियों के लिए है बहुत ही खास दिन
आज बड़ा मंगल के दिन लखनऊ वासियों के लिए बहुत ही खास दिन होता है। इस दिन विभिन्न हनुमान मंदिरों में श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए पहुंचते हैं और लखनऊ वासियों द्वारा जगह-जगह भंडारे का भी आयोजन किया जाता है। कहते हैं कि आज के दिन लोगों के घरों में चूल्हे नहीं जलते और लोग भंडारे का प्रसाद ग्रहण कर अपना पेट भरते हैं। पूरे लखनऊ में एक मेले जैसा माहौल बन गया है। अगर हम बात करें भंडारे की तो भंडारे में हलवा-पूरी, आलू-कचौरी, छोला-चावल, कढ़ी चावल, बूंदी, इडली सांभर, डोसा सांभर, खीर से लेकर जूस, शरबत, पानी, लस्सी, आइक्रीम और भी बहुत कुछ खाने-पीने की सामग्री भक्तों मे वितरण की जाती है। 

फव्वारेदार पंखे और कूलर की व्यवस्था
भीषण गर्मी को देखते हुए मंदिरों में इंतजाम किए गए हैं। मंदिरों के साथ भंडारों में भी फव्वारेदार पंखे और कूलर लगाए गए हैं। मुख्यद्वार से गर्भगृह तक तंबू लगाया गया है। बैरिकेडिंग लगाकर महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग लाइन लगवाई गई है। मंदिरों के बाहर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पुलिस भी मुस्तैद रहेगी। सभी भक्तों को आने-जाने के लिए अलग-अलग द्वार से होकर जाना होगा। प्रवेश द्वार से मंदिर में जाकर दर्शन कर सकेंगे और भक्तों की निकासी पीछे के रास्ते से होगी।

सभी मंदिरों में पार्किंग की व्यवस्था 
शहर के सभी मंदिरों में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। हनुमान सेतु मंदिर में पहली बार अलग से मुफ्त पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इसी तरह अलीगंज मंदिर में मुख्यद्वार से गर्भगृह का रास्ता चौड़ा कर दिया गया है। लखनऊ शहर के सभी हनुमान मंदिरों के साथ जगह जगह प्याऊ लगाए गए हैं।

हनुमान सेतु मंदिर में 55 हजार लड्डू बनवाए गए
हनुमान सेतु मंदिर में प्रसाद के लिए 55 हजार लड्डू बनवाए गए हैं। पहली बार पं. गोविंद वल्लभ पंत उपवन और कॉल्विन इंटर कॉलेज में निःशुल्क पार्किंग की व्यवस्था है। भक्त बंधा रोड के मुख्यद्वार से प्रवेश कर गणेश द्वार से निकलेंगे। यहां भी सोमवार रात से ही दर्शन शुरू हो गए हैं। श्रद्धालुओं के लिए पानी, पंखे और सुरक्षा का पूरा इंतजाम किया गया है।
 
नए हनुमान मंदिर में मुख्यद्वार से पानी में होकर प्रवेश करेंगे
अलीगंज श्रीमहावीर जी ट्रस्ट के सचिव राजेश पाण्डेय ने बताया कि अलीगंज के नए हनुमान मंदिर में सोमवार रात 12 बजे से दर्शन शुरू हो गए हैं। सुबह 6 बजे और शाम 7:30 बजे आरती होगी। यहां गर्मी से राहत के लिए इंतजाम किए गए हैं। भक्त मुख्यद्वार से पानी में होकर प्रवेश करेंगे। मुख्यद्वार के बाहर और अंदर 8-8 फव्वारेदार पंखे लगेंगे। अलीगंज श्री महावीरजी ट्रस्ट (नया हनुमान मंदिर) के पदाधिकारियों ने बताया कि अलीगंज नया हनुमान मंदिर के आसपास हर साल एक मेला लगता है। शहर भर के हनुमान मंदिरों में भी उत्सव मनाया जाता है। इसके अलावा, विभिन्न समुदायों के लोग महीने के सभी चार मंगलवार को भंडारे का आयोजन करते हैं।

पुराना हनुमान मंदिर में नवनिर्मित बजरंग द्वार से प्रवेश करेंगे श्रद्धालु
अलीगंज के पुराने हनुमान मंदिर के महंत गोपाल दास ने बताया कि मंदिर पूरे दिन खुला रहेगा। सोमवार रात 12 बजे से दर्शन शुरू हुआ। इस बार श्रद्धालु नवनिर्मित बजरंग द्वार से प्रवेश करेंगे। निकासी श्रीराम दरबार के पास वाले गेट से होगी। पानी की व्यवस्था के साथ-साथ पंखे भी लगाये गये हैं। दिन भर भंडारा चलता रहेगा। नई यज्ञशाला भी बनाई गई है।

बड़ा मंगल क्यों मनाया जाता है  
पौराणिक कथाओं के अनुसार, त्रेतायुग में ज्येष्ठ महीने के दौरान भगवान राम की मुलाकात शक्तिशाली बजरंगी हनुमान से हुई थी। इसलिए इस माह के मंगलवार को बड़ा मंगल के रूप में मनाया जाता है।

उत्सव के पीछे का इतिहास: 
बड़ा मंगल, जो केवल लखनऊ में मनाया जाता है। इसके पीछे कहानी यही है इसे 400 साल पहले नवाब शुजा-उद-दौला की हिंदू पत्नी जनाब-ए-आलिया द्वारा शुरू किया गया था। नवाब शुजा-उद-दौला की बेगम ने पुराने हनुमान मंदिर में एक संतान के लिए प्रार्थना की और हनुमान जी के आशीर्वाद से उन्हें पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। इसके बाद एक दिन उन्हें सपना आया जिसमें  एक दिव्य शक्ति उन्हें हनुमान मंदिर बनाने का आदेश दे रही थी, इसलिए उन्होंने पुराने मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया और एक नया मंदिर बनवाया और इस तरह बड़ा मंगल समारोह और मेला शुरू हुआ। तब से आज तक नवाबों के शहर लखनऊ में यह परंपरा चली आ रही है।

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