Lucknow News : गर्मी का सितम बरकरार, दारुल उलूम फरंगी महल ने जारी किया फतवा

UPT | उत्तर प्रदेश टाइम्स से बात करते मौलाना खालिद रशीद।

Jun 02, 2024 18:48

दारुल इफ्ता फरंगी महल से इससे पहले दहशतगर्दी के खिलाफ, बच्चियों के गर्भपात और महिलाओं की शिक्षा की अहमियत जैसे विषयों पर जारी हुए फतवे काफी चर्चा...

Lucknow News : उत्तर प्रदेश समेत भारत के कई राज्य भीषण गर्मी की चपेट में है। तेज धूप और लू से जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। तपती जमीन और आग बरसाते आसमान ने अब तक कई जिंदगियां छीन ली हैं। ऐसे में लखनऊ से मुसलमानों के लिए एक फतवा जारी हुआ है। दारुल उलूम फरंगी महल ने इस फतवे के जरिए मुसलमानों को शरीयत और हदीस में पर्यावरण संरक्षण की बताई गई बातों पर अमल करने की हिदायत देते हुए कुछ मामलों पर पाबंदी भी लगाई है।

पर्यावरण की सुरक्षा हमारा धार्मिक फरीजा
देश के वरिष्ठ मुस्लिम धर्मगुरु और इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने फतवा देते हुए कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा हमारा धार्मिक फरीजा है। इसलिए हम सबको चाहिए कि अपने माहौल को अच्छा रखें। इस भयानक गर्मी से छुटकारा पर्यावरण की सुरक्षा के जरिए ही संभव है। इस बारे में कुरान और हदीस में जो हिदायतें हैं उन पर आज अमल करने का समय आ गया है। 

मौलाना फरंगी महली ने पांच पन्नों का जारी किया फतवा
बताते चलें कि लखनऊ के मोहम्मद तारिक खान ने दारुल इफ्ता फरंगी महल से पर्यावरण संरक्षण को लेकर फतवा मांगा था। जिस पर मौलाना फरंगी महली ने पांच पन्नों का फतवा दिया है। विशेष तौर पर मुसलमानों से इस फतवे में अल्लाह के हुक्म और हदीस की रौशनी में पर्यवारण संरक्षण की अहमियत बताई गई है। इस फतवे में पानी की बर्बादी और हरी फसलों में आग लगाने की मनाही बताई गई है। तालाब, नहर, नदिया और समुद्र को गंदा नहीं करने की हिदायत भी इस फतवे में दी गई है। साथ ही साथ हरे पेड़ों को नष्ट करने को भी मना बताया गया है। पौधरोपण और हरियाली की सुरक्षा को बेहद जरूरी अमल बताया गया है। बताते चलें कि बदलते मौसम की मार को देखते हुए यह फतवा जारी हुआ है। भीषण गर्मी से उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में ना केवल इंसान बल्कि जानवर भी परेशान हो रहे हैं। 

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