उच्च शिक्षा विभाग के जारी निर्देशों के अनुसार, कार्यवाहक प्राचार्य को प्रशासनिक कार्यों के साथ-साथ कक्षाएं भी पढ़ाने का आदेश दिया गया है। लेकिन, कार्यवाहक प्राचार्यों पर प्रशासनिक दायित्वों का इतना बोझ होता है कि वे ठीक से कक्षाओं में समय नहीं दे पाते हैं।