सपा अध्यक्ष का छलका दर्द : अखिलेश बोले- गंगाजल से धोया गया था सीएम आवास, भूल नहीं सकता इन बातों को

UPT | अखिलेश यादव

Jul 31, 2024 13:34

अखिलेश यादव ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वह कभी नहीं भूल सकते जब मुख्यमंत्री आवास को गंगा जल से धोया गया था। उन्होंने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री के घर को गंगा जल से धोने की क्या आवश्यकता थी।

Lucknow News : पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के हालिया बयान ने सियासी संग्राम को जन्म दे दिया है। ठाकुर ने सदन में राहुल गांधी पर जातिगत टिप्पणी की, जिससे विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। इसी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ठाकुर और बीजेपी पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने ठाकुर के बयान को लेकर बीजेपी पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जाति का मुद्दा नया नहीं है, बल्कि बहुत पुराना है। उन्होंने संसद के उन दिनों की याद ताजा की जब शूद्र जाति के लोगों को लेकर चर्चा शुरू हुई थी। यादव ने साझा किया कि जब वह मंदिर के दर्शन करने गए थे, तो कुछ ताकतें ऐसी थीं जो नहीं चाहती थीं कि वह पूजा-अर्चना करें।

छलका अखिलेश यादव का दर्द
अखिलेश यादव ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वह कभी नहीं भूल सकते जब मुख्यमंत्री आवास को गंगा जल से धोया गया था। उन्होंने सवाल उठाया कि मुख्यमंत्री के घर को गंगा जल से धोने की क्या आवश्यकता थी। यादव ने याद दिलाया कि जब वह मैनपुरी के एक मंदिर में गए थे, तो लौटने पर लोगों ने प्रतिमा को धोया था।
  मंदिर को गंगा जल से धोया गया था : सपा प्रमुख
सपा प्रमुख ने अपने बयान में कहा कि हालांकि वह इन घटनाओं को एक बार के लिए भुला सकते हैं, लेकिन जब वह कन्नौज के मंदिर गए, जहां से उन्होंने पहली बार चुनाव जीता था, वहां भी मंदिर को गंगा जल से धोया गया था। यादव ने सवाल किया कि एक तरफ भारत को डिजिटल इंडिया और विकसित भारत की बात की जा रही है, और दूसरी तरफ मंदिरों को गंगा जल से धोने की परंपरा जारी है।

अनुराग पर कसा तंज
अखिलेश यादव ने अनुराग ठाकुर पर तंज कसते हुए कहा कि जाति को लेकर हंसी-मजाक एक बात है, लेकिन सदन में इस तरह के बयान देना अस्वीकार्य है। उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि ठाकुर को ऐसा बयान देने के लिए कहा गया होगा, जिससे यह प्रतीत होता है कि किसी को मंत्री बनने के लिए 99 बार गाली सहनी पड़ेगी।



क्या है पूरा विवाद?
30 जुलाई को सदन में चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना कराने की मांग की। पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "ओबीसी जनगणना की बात बहुत की जाती है। माननीय सभापति, जिसकी जाति का पता नहीं, वह गणना की बात करता है।" ठाकुर के इस बयान ने विवाद को जन्म दे दिया। राहुल गांधी ने ठाकुर के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, "आप लोग जितनी मेरी बेज्जती करना चाहते हैं, खुशी-खुशी कर सकते हैं। लेकिन एक बात मत भूलिए कि जातिगत जनगणना को हम इसी सदन में पास करके दिखाएंगे।" इस विवाद ने सियासी माहौल को गर्मा दिया है और जातिगत जनगणना को लेकर बहस तेज कर दी है।

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