एकेटीयू : कुलपति ने की एमओयू की समीक्षा, बोले- कपनियां उभरती तकनीक को कोर्स कंटेंट का बनाएं हिस्सा 

UPT | एकेटीयू कुलपति ने की एमओयू की समीक्षा।

Nov 14, 2024 20:16

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में गुरूवार को कुलपति प्रोफेसर जेपी पाण्डेय ने शासन स्तर पर विभिन्न कंपनियों के साथ हुए एमओयू की समीक्षा की।

Lucknow News : डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) में गुरूवार को कुलपति प्रोफेसर जेपी पाण्डेय ने शासन स्तर पर विभिन्न कंपनियों के साथ हुए एमओयू की समीक्षा की। इस दौरान बैठक में तकनीकी शिक्षा के छात्रों को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्रदान करने पर चर्चा हुई। जिससे कि छात्र पढ़ाई के साथ ही अतिरिक्त क्रेडिट के कोर्स कर स्किल्ड हो सकें। इस दौरान विश्वविद्यालय की अपेक्षाओं से भी कंपनियों के प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया। 

इंटर्नशिप कोर्स पर जोर
कुलपति ने विभिन्न कंपनियों से नेशनल स्किल क्रेडिट फ्रेमवर्क के अनुरूप इंटर्नशिप कार्यक्रम, कोर्स को तैयार करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे इंटनशिप और प्रशिक्षण कार्यक्रम बनायें जाए जिससे कि छात्र सीधे इंडस्ट्री मांग के अनुसार तैयार हो सके। ताकि उसे रोजगार मिलने में कठिनाई न आये। उन्होंने कहा कि कंपनियां अपने कोर्स कंटेंट को और बेहतर बनायें। वर्तमान में उभरती तकनीक को अपने कंटेंट का हिस्सा बनायें। जिससे कि अधिक से अधिक छात्र उसका लाभ ले सकें। इस दौरान कंपनियों के सामने आने वाली चुनौतियों पर भी मंथन किया गया। 



छात्रों को स्किल्ड बनाने में रुकावटें दूर होंगी
कंपनियों के प्रतिनिधियों ने बताया कि विभिन्न इंटर्नशिप एवं ट्रेनिंग प्रोग्राम में छात्रों का पंजीकरण कम होता है। बताया कि संस्थान स्तर पर छात्रों को कोर्स के बारे में जानकारी नहीं दी जा रही है। इस पर कुलपति ने कहा कि संस्थानों को इसके लिए प्रेरित किया जाए। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा छात्र इंटर्नशिप और प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लें। हालांकि उन्होंने कोर्स को आज की जरूरत के मुताबिक बनाने पर जोर दिया। उन्होंने हर शनिवार को संस्थान और कंपनियों के साथ समीक्षा बैठक करने का निर्देश दिया। जिससे कि छात्रों को स्किल्ड करने में आ रही रूकावटों को दूर किया जा सके।

एकेडमिक कमेटी करेगी कंटेंट की समीक्षा
कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय ने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर से एक एकेडमिक कमेटी का गठन किया जाएगा। यह कमेटी विभिन्न कंपनियों के कंटेंट की समीक्षा करेगी। कमेटी के सुझाव पर कंटेंट छात्रों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही कमेटी कंपनियों को भी नई शिक्षा नीति 2020 और नेशनल स्किल क्रेडिट फ्रेमवर्क के अनुरूप कंटेंट तैयार करने पर अपनी राय देगी। बैठक में कुलसचिव रीना सिंह ने भी अपने सुझाव दिये। 

Also Read