बैंक के 42 लॉकर काटकर करोड़ों की चोरी : दो बदमाशों को मार गिराने-तीन की गिरफ्तारी के बाद जानें कितनी माल बरामदगी

UPT | लखनऊ में बैंक के 42 लॉकर काटकर करोड़ों की चोरी

Dec 24, 2024 12:25

पुलिस ने मंगलवार को 9.17 लाख रुपये नकद, 4 किलो 93 ग्राम सोना, और 11 किलो चांदी के गहने बरामद किए हैं। इससे पहले सोमवार को 3 लाख रुपये नकद, 1889 ग्राम सोना और 1240 ग्राम चांदी के जेवर भी बरामद किए गए थे।

Lucknow News : लखनऊ के चिनहट इलाके में इंडियन ओवरसीज बैंक के 42 लॉकर काटकर करोड़ों रुपये की नकदी और ज्वेलरी चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हो गया है। पुलिस ने वारदात में शामिल दो बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया, जबकि तीन को गिरफ्तार कर लिया है। इस गिरोह ने वारदात को अंजाम देने से पहले चार दिनों तक इलाके की रेकी की थी। हालांकि पूरे सामान की बरामदगी को लेकर अभी भी सवाल उठ रहे हैं।

लाखों की नकदी और सोने-चांदी के गहने मिले, बैंक की सुरक्षा पर सवाल
पुलिस ने मंगलवार को 9.17 लाख रुपये नकद, 4 किलो 93 ग्राम सोना, और 11 किलो चांदी के गहने बरामद किए हैं। इससे पहले सोमवार को 3 लाख रुपये नकद, 1889 ग्राम सोना और 1240 ग्राम चांदी के जेवर भी बरामद किए गए थे। इस मामले में बैंक की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। हालांकि बैंक प्रबंधन का कहना है कि आरबीआई के नियमों के तहत पूरी सुरक्षा व्यवस्था थी। रात में बैंकों के बाहर गार्ड तैनात करने का नियम नहीं है। इसके बावजूद इतनी बड़ी वारदात ने बैंक सुरक्षा पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।



लखनऊ और गाजीपुर में दो बड़े एनकाउंटर
वारदात के बाद से बदमाशों की तलाश में जुटी पुलिस ने पहला एनकाउंटर लखनऊ के जलसेतु इलाके में सोमवार देर रात हुआ। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर सोबिंद कुमार को घेर लिया। पुलिस की जवाबी फायरिंग में घायल होने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। दूसरा एनकाउंटर मंगलवार सुबह गाजीपुर के गहमर इलाके में हुआ, जहां सन्नी दयाल पुलिस की गोली लगने से मारा गया।

चोरी के बाद फोन कॉल से खुला बड़ा राज
बताया जा रहा है कि बैंक के अंदर और बाहर की सीसीटीवी फुटेज में चोरों की बातचीत ने पुलिस की राह आसान कर दी। एक चोर बैंक के अंदर फोन पर बात करता दिखा, जबकि दूसरा बाहर। इससे पुलिस को मोबाइल नंबर ट्रेस करने में मदद मिली, जिससे वारदात का 28 घंटे में खुलासा हो गया।

रेकी की योजना : चार दिन की बारीकी से प्लानिंग
बिहार के इस गिरोह ने 17 दिसंबर से चार दिन तक बैंक और आसपास के इलाके की रेकी की। उन्होंने सीसीटीवी कैमरों की लोकेशन, बैंक में घुसने का आसान रास्ता, और वारदात के दौरान की जाने वाली हरकतों की बारीकी से योजना बनाई।

चोरी का तरीका : दो टोलियों में बंटा गिरोह
चोरों ने दीवार में सेंध लगाकर बैंक में घुसने के बाद खुद को दो टोलियों में बांटा। एक टोली अंदर लॉकर तोड़ने में लगी थी, जबकि दूसरी बाहर निगरानी कर रही थी। तीन घंटे तक लॉकर तोड़ने के बाद वे लाखों रुपये की नकदी और गहने लेकर फरार हो गए।

मुख्य आरोपी : लखनऊ निवासी ने बिहार गैंग को बुलाया
इस वारदात की साजिश लखनऊ निवासी विपिन ने रची। उसने बिहार के इस गिरोह को बुलाया और चार दिनों की रेकी के बाद चोरी की घटना को अंजाम दिया। गिरोह के कुछ सदस्यों की गिरफ्तारी अभी बाकी है।
 

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