आशीष पटेल का बड़ा आरोप : बोले- 1700 करोड़ खर्च कर मुझे किया जा रहा बदनाम, पल्लवी को बताया प्रायोजित धरना मास्टर

UPT | मीडिया से बाचतीत करते मंत्री आशीष पटेल और अनुप्रिया पटेल।

Jan 02, 2025 15:37

आशीष पटेल ने कहा कि बीते कुछ दिनों से मैं अखबारों में ज्यादा छप रहा हूं। 1700 करोड़ रुपये के बजट का इस्तेमाल करके हमें बदनाम न करिए।

Lucknow News : यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री और अपना दल (सोनेलाल) के नेता आशीष पटेल इस समय सुर्खियों में हैं। उन पर पॉलीटेक्निक संस्थाओं में विभागाध्यक्ष पद पर पदोन्नति में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं। इसी बीच बृहस्पतिवार को आशीष पटेल ने लखनऊ में अपना दल (एस) की एक विशेष बैठक बुलाई। इसमें केंद्रीय मंत्री और पार्टी की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय और प्रदेश पदाधिकारी शामिल रहे।

मेरे पास जनतंत्र है
इस दौरान आशीष पटेल ने कहा कि बीते कुछ दिनों से मैं अखबारों में ज्यादा छप रहा हूं। मेरा सकारात्मक पक्ष नजरअंदाज कर नकारात्मक वाला पक्ष को छापा जा रहा है। मैं खुली किताब हूं। 1700 करोड़ रुपये के बजट का इस्तेमाल करके हमें बदनाम न करिए। अगर भ्रष्टाचार हुआ है तो सीबीआई से जांच कराइए। उन्होंने कहा कि मेरी गलती है कि 14 से 7 वंचित समाज के डायरेटकर बनाए। पिछड़ों की आवाज उठाई, लेकिन यह गलती मैं करता रहूंगा। डराईये आप कितना डराएंगे। आपके पास अगर तंत्र है तो मेरे पास जनतंत्र है।



पल्लवी पटेल पर कसा तंज
उन्होंने भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाली सपा विधायक पल्लवी पटेल को धरना मास्टर बताया। आशीष पटेल ने कहा कि फेक धरना मास्टर को प्रायोजित किया जाता है। उनको धरने पर बैठाया जाता है। उन्होंने पल्लवी पटेल पर तंज कसते हुए कहा कि जितनी चाभी भरी राम ने उतना चला खिलौना। कहा कि मेरी और मेरी पत्नी (अनुप्रिया पटेल) की जांच कर ली जाए। मेरी कितनी संपत्ति कितनी बढ़ी है, उसकी जांच कर करा लिजिए। उन्होंने एसटीएफ को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि तुम पैर पर गोली मारते हो। दम है तो मेरे सीने पर गोली मारकर दिखाओ। मेरा सिर्फ इतना कहना है जो डर गया वो मर गया।

ये है मामला
हाल ही में प्राविधिक शिक्षा विभाग ने पॉलीटेक्निक संस्थाओं में विभागाध्यक्ष के 177 पदों को पदोन्नति के आधार पर भरा था। इस पर अपना दल (कमेरावादी) की नेता और सपा विधायक पल्लवी पटेल ने पदोन्नति प्रक्रिया में अनियमितताओं और पिछड़ों के आरक्षण के उल्लंघन का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने इस मामले में बड़े पैमाने पर लेन-देन का भी आरोप लगाया था। पल्लवी ने विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान विधानसभा में इस मुद्दे पर चर्चा करने की मांग की थी, लेकिन जब उन्हें अनुमति नहीं मिली तो उन्होंने विधानभवन परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास धरना दिया। इस मामले में पल्लवी पटेल ने बुधवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की और एसआईटी गठित कर जांच की मांग की है।

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