ठंड में हर जरूरतमंद के लिए सहारा : यूपी में 1240 रैन बसेरे विकसित, तीन लाख से अधिक कंबल जरूरतमंदों को वितरित

UPT | CM Yogi Adityanath

Jan 04, 2025 16:35

रैन बसेरों में महिलाओं की सुरक्षा और उनकी आवश्यकताओं को प्राथमिकता दी गई है। यहां पर्याप्त रोशनी, स्वच्छता और गर्माहट के लिए अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इसके अलावा, कंट्रोल रूम से रैन बसेरों की मॉनिटरिंग तकनीकी साधनों के माध्यम से की जा रही है।

Lucknow News : प्रदेश सरकार ने कड़ाके की सर्दी में हर जरूरतमंद को सुरक्षित आश्रय देने के लिए आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने पर जोर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में रैन बसेरों और आश्रय स्थलों की सुविधाओं को सुदृढ़ किया गया है। यह कदम ठंड के प्रकोप से प्रभावित गरीब और बेघर लोगों को राहत देने के उद्देश्य से उठाया गया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि कोई भी व्यक्ति डिवाइडर, सड़कों या पार्कों में सोने को मजबूर न हो।

प्रदेशभर में 1240 रैन बसेरों का विस्तार
प्रदेश में अब तक 1240 रैन बसेरों और आश्रय स्थलों को स्थापित किया जा चुका है। इन स्थलों पर हर जरूरतमंद को सभी आवश्यक सुविधाएं, जैसे गर्म बिस्तर और पर्याप्त अलाव की व्यवस्था दी जा रही है। तीन लाख से अधिक कंबल भी जरूरतमंदों के बीच वितरित किए गए हैं। अधिकारियों को सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि यह सुविधा हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचे और कंबल वितरण में कोई लापरवाही न हो।



महिलाओं की सुरक्षा और स्वच्छता पर विशेष ध्यान
रैन बसेरों में महिलाओं की सुरक्षा और उनकी आवश्यकताओं को प्राथमिकता दी गई है। यहां पर्याप्त रोशनी, स्वच्छता और गर्माहट के लिए अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इसके अलावा, कंट्रोल रूम से रैन बसेरों की मॉनिटरिंग तकनीकी साधनों के माध्यम से की जा रही है। फीडबैक सिस्टम के तहत अगर कहीं कमियां पाई जाती हैं, तो उन्हें तुरंत दूर किया जा रहा है।

रैन बसेरों की जानकारी की गई सार्वजनिक
योगी सरकार ने रैन बसेरों की जानकारी को लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं। हर जोन में रैन बसेरों की सूची प्रदर्शित की जा रही है। साथ ही, बस अड्डों और प्रमुख स्थलों पर लगी डिजिटल स्क्रीन के माध्यम से भी रैन बसेरों की जानकारी दी जा रही है। इससे लोग आसानी से अपने निकटतम रैन बसेरे तक पहुंच सकते हैं।

आम जनता की सहभागिता से सुधार की प्रक्रिया
सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे रैन बसेरों का दौरा करें और वहां रह रहे लोगों से संवाद स्थापित करें। उनके अनुभवों और सुझावों के आधार पर सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। साथ ही, जलाए जा रहे अलाव की निगरानी भी तकनीकी साधनों से की जा रही है। इससे यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी व्यक्ति ठंड से प्रभावित न हो। प्रदेश सरकार ने शीतलहर से बचाव के लिए जिलों को विशेष बजट आवंटित किया गया है। जिलाधिकारी और नगर आयुक्त को रैन बसेरों की व्यवस्था का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, हर व्यक्ति को गरिमामय माहौल और स्वच्छता प्रदान करने पर जोर दिया गया है।

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