UP Politics : सीएम योगी से मिले खीरी के छह विधायक, गोली-थप्पड़ कांड वाले दो एमएलए भी रहे शामिल, जानें क्या हुई चर्चा?

UPT | सीएम योगी से मुलाकात के दौरान लखीमपुर खीरी के छह भाजपा विधायक

Jan 04, 2025 20:03

मुलाकात में कस्ता से भाजपा विधायक सौरभ सिंह सोनू पर हुए जानलेवा हमले का मामला उठाए जाने को लेकर भी चर्चा थी। हालांकि पार्टी नेताओं ने इन अटकलों को खारिज कर दिया। पार्टी जिलाध्यक्ष ने बताया कि इस घटना को लेकर एक दिन पहले गृह सचिव से बातचीत हो चुकी थी और कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था।

Lucknow News : लखीमपुर खीरी जिले के छह भाजपा विधायकों ने शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस मुलाकात को भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह ने शिष्टाचार भेंट बताया। उन्होंने कहा कि चर्चा का मुख्य केंद्र जनपद में विकास कार्य और गोला गोकर्णनाथ में बन रहे छोटी काशी शिव मंदिर कॉरिडोर का निर्माण रहा। मुख्यमंत्री ने जल्द ही लखीमपुर का दौरा करने का आश्वासन भी दिया।

सीएम योगी से इन विधायकों ने की मुलाकात
इस मुलाकात की तस्वीर सीएम कार्यालय से जारी की गई। इसमें बताया गया कि लखीमपुर खीरी के सदर विधान सभा क्षेत्र के विधायक योगेश वर्मा, निघासन विधान सभा क्षेत्र के विधायक शशांक वर्मा, श्रीनगर विधान सभा क्षेत्र की विधायक मंजू त्यागी, कस्ता विधान सभा क्षेत्र के विधायक सौरभ सिंह 'सोनू', गोला गोकर्णनाथ विधान सभा क्षेत्र के विधायक अमन गिरी, धौरहरा विधान सभा क्षेत्र के विधायक विनोद शंकर अवस्थी ने शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान पार्टी जिलाध्यक्ष सुनील सिंह भी उपस्थित रहे।



कस्ता विधायक पर हमले की चर्चा से इनकार
इस मुलाकात में कस्ता से भाजपा विधायक सौरभ सिंह सोनू पर हुए जानलेवा हमले का मामला उठाए जाने को लेकर भी चर्चा थी। हालांकि पार्टी नेताओं ने इन अटकलों को खारिज कर दिया। पार्टी जिलाध्यक्ष ने बताया कि इस घटना को लेकर एक दिन पहले गृह सचिव से बातचीत हो चुकी थी और कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था। इसलिए ये मामला नहीं उठाया गया। हालांकि इस मामले में सियासत काफी तेज हो रही है। सत्तारूढ़ दल के विधायक पर हमले के बाद सुरक्षा और पुलिस की भूमिका को लेकर जिला प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

विधायक और पत्नी पर फायरिंग, गृह सचिव से की गई शिकायत
हमले के बाद जिले के विधायकों और भाजपा नेताओं ने शुक्रवार को गृह सचिव संजय प्रसाद से मुलाकात की थी। इस दौरान पुलिस की कार्यशैली और कानून व्यवस्था पर असंतोष व्यक्त किया गया। गृह सचिव से यह शिकायत की गई कि जिले में बढ़ते अपराधों पर पुलिस नियंत्रण नहीं कर पा रही है। मुख्यमंत्री योगी से मिलने का प्रयास भी हुआ। लेकिन, उनकी अनुपस्थिति में गृह सचिव ने विधायकों की बात सुनी। यह हमला सदर कोतवाली क्षेत्र के शिव कॉलोनी में बुधवार रात हुआ। कस्ता विधायक सौरभ सिंह सोनू अपनी पत्नी के साथ आवास के बाहर टहलने निकले थे। इस दौरान घर के पास शराब पी रहे कुछ युवकों ने विधायक और उनकी पत्नी पर अभद्र टिप्पणी की। विरोध करने पर आरोपियों ने फायरिंग कर दी। हालांकि, किसी को गंभीर चोट नहीं पहुंची, लेकिन घटना ने पूरे जिले में सनसनी फैला दी।

पुलिस अधिकारी पर भड़के पूर्व सांसद,  असफलता का आरोप
हमले के बाद सियासी पारा गरमाया हुआ है। जब जनपद के पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर रमेश कुमार तिवारी मामले की जांच के लिए विधायक के आवास पर पहुंचे, तो विधायक के पिता और पूर्व सांसद जुगल किशोर भड़क गए। उन्होंने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। उन्होंने सीओ, इंस्पेक्टर और एसपी पर तीखे आरोप लगाते हुए कहा कि ये अधिकारी जिले में रहने लायक नहीं हैं। विधायक और उनके समर्थकों ने आरोप लगाया कि जिले में अपराध बढ़ रहे हैं और पुलिस इन्हें रोकने में नाकाम है। विधायक पर गोली चलने की घटना के अलावा, जिले में डकैती की घटनाएं और अन्य अपराध भी सामने आए हैं। पार्टी नेताओं ने इस स्थिति पर तुरंत कार्रवाई की मांग की।

शीतकालीन सत्र में हिस्सा नहीं लेने वाले विधायक योगेश वर्मा भी रहे शामिल
इसके अलावा लखीमपुर खीरी में थप्पड़ कांड के बाद चर्चा में आए सदर सीट से भाजपा विधायक योगेश वर्मा का भी लखनऊ आकर मुख्यमंत्री से मिलना चर्चा में रहा। खीरी में अर्बन कोऑपरेटिव बैंक प्रबंध समिति के चुनाव में मारपीट का एक वीडियो सुर्खियों में रहा था, जिसमें बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अवधेश सिंह ने विधायक योगेश वर्मा को थप्पड़ मारा था। प्रकरण में कार्रवाई नहीं होने से भाजपा विधायक नाराज बताए जा रहे थे। इसके बाद पार्टी ने अर्बन कोऑपरेटिव बैंक की पूर्व अध्यक्ष पुष्पा सिंह और उनके पति और भाजपा के सक्रिय सदस्य अवधेश सिंह, जिला उपाध्यक्ष अनिल यादव और 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' की पूर्व सह संयोजक ज्योति शुक्ला को नोटिस जारी की और फिर पार्टी से निष्कासित कर दिया। मारपीट में एक्शन नहीं होने से नाराज विधायक योगेश वर्मा ने सुरक्षा में बढ़ाए गए दो गनरों को वापस लौटा दिया था। वहीं उन्होंने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी हिस्सा नहीं लिया था। अब सीएम योगी से मुलाकात में उनके शामिल होने की काफी चर्चा रही।

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