भाजपा इतनी कमजोर कभी न थी... अखिलेश यादव का उपचुनाव की तारीख बदलने पर तंज, कांग्रेस बोली- सभी सीटों पर हार तय

UPT | Akhilesh Yadav

Nov 04, 2024 17:54

उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीख बदलें जाने पर सपा कांग्रेस ने चुनाव आयोग के साथ भाजपा को एक बार फिर कटघरे में खड़ा कर दिया है। इस मुद्दे पर पार्टियां आमने सामने आ गई है।

Lucknow News : लंबे समय से उत्तर प्रदेश की सियासी पार्टियों को रिक्त चल रही 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का इंतजार था। निर्वाचन आयोग के राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ यूपी में 9 सीटों पर उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित करने के बाद सभी पार्टियां तैयारी में जुट गईं। हालांकि उपचुनाव से कुछ दिन पहले अब आयोग ने तारीख बदल दी। अब 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को मतदान होनी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चुनाव आयोग ने कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान की वजह से तारीख में बदलाव का यह फैसला किया है। इस फैसले के बाद से राजनीतिक पार्टियां चुनाव आयोग के साथ भाजपा सरकार पर भी हमलवार हो गई हैं।

भाजपा इतनी कमजोर कभी न थी
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे लेकर तंज किया। उन्होंने सोशल साइट एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि टालेंगे तो और भी बुरा हारेंगे। पहले मिल्कीपुर का उपचुनाव टाला, अब बाकी सीटों के उपचुनाव की तारीख, भाजपा इतनी कमजोर कभी न थी। उन्होंने कहा कि दरअसल बात ये है कि उत्तर प्रदेश में 'महा-बेरोजगारी' की वजह से जो लोग पूरे देश में काम-रोजगार के लिए जाते हैं, वो दिवाली और छठ की छुट्टी लेकर उत्तर प्रदेश आए हुए हैं और उपचुनाव में भाजपा को हराने के लिए वोट डालने वाले थे। अखिलेश यादव ने कहा कि जैसे ही भाजपा को इसकी भनक लगी, उसने उपचुनावों को आगे खिसका दिया, जिससे लोगों की छुट्टी खत्म हो जाए और वो बिना वोट डाले ही वापस चले जाएं। उन्होंने कहा कि ये भाजपा की पुरानी चाल है, हारेंगे तो टालेंगे।



तारीख बदलने से नहीं बदलेगा परिणाम
वहीं सपा प्रवक्ता फकरुल हसन चांद ने तंज कसते हुए हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव से जितना भी भाग ले। लेकिन, चुनाव का परिणाम बदलने वाला नहीं है। चांद ने कहा कि उपचुनाव 10 सीटों की जगह 9 पर कराया जाए लेकिन परिणाम बदलने वाला नहीं है। उपचुनाव 13 नवंबर की जगह अब 20 को होना हो लेकिन परिणाम बदलने वाला नहीं है। भारतीय जनता पार्टी की हार निश्चित है, तारीख 13 हो चाहे 20। उन्होंने कहा कि परिणाम वहीं होने वाला है जिसमें भाजपा का पूरा सुपड़ा साफ होने वाला है।

दबाव में तारीख बदलवाने के बाद भी भाजपा को जीत नहीं होगी नसीब
इंडिया गठबंधन के प्रमुख दल कांग्रेस ने भी उपचुनाव की तारीखें बदले जाने पर अपना बयान जारी किया। कांग्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत ने कहा कि भाजपा जितना भी चुनाव आयोग को दबाव में डालकर तारीखें बदलवा लें, वह सभी 9 सीटों हारेगी क्योंकि जनता ने मन बना लिया है। सुरेन्द्र राजपूत ने कहा कि भाजपा और चुनाव आयोग मिलकर जितनी भी देरी कर लें जनता इंडिया गठबंधन को वोट देगी और समाजवादी पार्टी के सभी 9 प्रत्याशियों को जिताएगी। वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी इस मामले पर निर्वाचन आयोग की शुक्रगुजार दिखी। सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि मैने निर्वाचन आयोग से गुजारिश की थी कि 13 नवंबर को कार्तिक स्नान है, जिसके चलते धार्मिक लोग गंगा स्थान पर चले जाते हैं, ऐसे में अब तारीख बदल जाने से मतदान भी अधिक होगा और भाजपा के सभी प्रत्याशी जीतकर आएंगे।

इन सीटों पर उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित
यूपी में फूलपुर, गाजियाबाद, मझवां, खैर, मीरापुर, सीसामऊ, कटेहरी, करहल और कुंदरकी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। इसमें कानपुर की सीसामऊ सीट को छोड़कर अन्य सभी सीटें विधायकों के सांसद बन जाने की वजह से खाली हुई हैं। नामांकन की तारीख पूरी हो चुकी है। वहीं सीसामऊ से इरफान सोलंकी के सजायाफ्ता हो जाने की वजह से सीट पर उपचुनाव हो रहा है। अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट को लेकर अभी तक उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित नहीं हुआ है। इसके पीछे तकीनीकी वजह बताई जा रही है। इससे पहले 13 नवंबर की तारीख को वोटिंग कराए जाने का ऐलान हुआ था। अब अचानक निर्वाचन आयोग ने तारीख में बदलाव कर दिया।

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