सीएम योगी ने उपचुनाव को लेकर डेढ़ घंटे तक बैठक में किया मंथन, 10 विधानसभा सीटों को लेकर मंत्रियों ने दी रिपोर्ट

UPT | cm yogi adityanath meeting

Aug 06, 2024 06:47

सीएम योगी आदित्यनाथ ने करीब डेढ़ घंटे अपने सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग पर उपचुनाव की रणनीति पर मंथन किया। इस बैठक के बाद सीएम आवास से निकलने वाले मंत्रियों ने मीडिया से दूरी बनाए रखी और सभी आगे रवाना हो गए।

Lucknow News : प्रदेश में विधानसभा की 10 रिक्त सीटों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार देर शाम मंत्रियों और संगठन के पदाधिकारियों के साथ गहन चर्चा की। भाजपा कोर कमेटी और मंत्रियों के समूह टीम 30 की बैठक में उन्होंने प्रत्येक विधानसभावार मंत्रियों से पूरी रिपोर्ट ली और जातीय व स्थानीय समीकरण को लेकर जानकारी की। लोकसभा चुनाव में यूपी में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने उपचुनाव को लेकर कमान अपने हाथ में ले ली है। एक तरफ संगठन के स्तर पर जहां उपचुनाव को लेकर तैयारी की जा रही है, वहीं मुख्यमंत्री ने इसके लिए 30 मंत्रियों की टीम उतार दी है। उन्होंने मंत्रियों से भाजपा के पक्ष में माहौल से लेकर संभावित प्रत्याशियों और विपक्ष की रणनीति को लेकर रिपोर्ट ली। इन सभी मंत्रियों को संबंधित विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करने को बोला जा चुका है। ये मंत्री उन विधानसभा सीटों की थाह लेकर आए हैं, जहां की जिम्मेदारी इन्हें दी गई है। 

बैठक के बाद मंत्रियों ने मीडिया से बनाई दूरी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने करीब डेढ़ घंटे अपने सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग पर उपचुनाव की रणनीति पर मंथन किया। इस बैठक के बाद सीएम आवास से निकलने वाले मंत्रियों ने मीडिया से दूरी बनाए रखी और सभी आगे रवाना हो गए। उत्तर प्रदेश बीजेपी कोर कमेटी की बैठक में नेताओं ने उपचुनाव को लेकर अपनी राय दी। इससे पहले उपचुनाव के लिए बने सुपर 30 वाले मंत्रियों के समूह की दो बैठक हो चुकी हैं। सोमवार की बैठक इसलिए भी अहम रही, क्यों​कि इससे पहले बैठक में दोनों डिप्टी सीएम से लेकर संगठन के पदाधिकारी शामिल नहीं हुए थे, जबकि सोमवार को दोनों डिप्टी सीएम के अलावा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल भी शामिल हुए। बैठक में संगठन के उन पदाधिकारियों ने भी अपना फीडबैक दिया, जिन्हें उपचुनाव को लेकर जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस तरह सरकार और संगठन दोनों मिलकर उपचुनाव में जीत की बुनियाद तैयार करने में जुट गए हैं।उपचुनाव को लेकर निषाद पार्टी और रालोद भी भाजपा से सीटें मांग रही हैं। ऐसे में हर सीट की बारीकी से रिपोर्ट ली गई।

केंद्रीय नेतृत्व को भेजे जाएंगे प्रत्याशियों के नाम
बताया जा रहा है कि भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने सभी क्षेत्रीय अध्यक्षों से उपचुनाव को लेकर प्रत्याशियों की सूची मांगी है। कोर कमेटी की बैठक में चर्चा के बाद इनके नाम फाइनल करने की बात कही जा रही है। इसके बाद इन नामों को केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जाएगा। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जाएंगे। इस बार उपचुनाव में भाजपा स्थानीय और जातीय समीकरण के साथ पार्टी को लेकर माहौल, उम्मीदवार की धरातल पर स्थिति और छवि के साथ विपक्ष की रणनीति को लेकर भी तैयारी कर रही है। लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने कई सीटों पर प्रत्याशी बदले थे। ऐसे में सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसे लेकर भी चर्चा की है। सपा के संभावित प्रत्याशियों को लेकर भी रणनीति पर ध्यान दिया जा रहा है। 

उपचुनाव वाले क्षेत्रों में सरकार के मंत्री सक्रिय 
उपचुनाव को लेकर मीरापुर में अनिल कुमार, सोमेंद्र तोमर और केपी मलिक, कुंदरकी में धर्मपाल सिंह, जेपीएस राठौर, जसवंत सिंह और गुलाब देवी, गाजियाबाद में सुनील शर्मा, बृजेश सिंह और कपिलदेव अग्रवाल, खैर (अनुसूचित जाति) में लक्ष्मीनारायण चौधरी और संदीप सिंह मिल्कीपुर (अनुसूचित जाति) में सूर्यप्रताप शाही, मयंकेश्वर सिंह, गिरीश यादव और सतीश शर्मा कटेहरी में स्वतंत्र देव सिंह, संजय निषाद  और दयाशंकर सिंह, मझवा में अनिल राजभर, आशीष पटेल, रविंद्र जायसवाल और रामकेश निषाद करहल में जयवीर सिंह, योगेंद्र उपाध्याय और अजीत पाल सिंह, सीसामऊ में सुरेश खन्ना और नितिन अग्रवाल, फूलपुर में राकेश सचान और दयाशंकर सिंह को लगाया गया है। ये सभी मंत्री उपचुनाव वाले क्षेत्रों में दौरा कर चुके हैं। इसके बाद इन्होंने अपना फीडबैक दिया है।

अयोध्या दौरे में पार्टी पदाधिकारियों के साथ सीएम करेंगे बैठक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को अपने आवास पर बैठक के बाद 6 और 7 अगस्त को अयोध्या दौरे पर रहेंगे। लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद ये उनका पहला अयोध्या दौरा होगा। फैजाबाद संसदीय सीट पर जीत मिलने के बाद सपा लगातार भाजपा पर हमलावर है। सपा सांसद अवधेश प्रसाद इन दिनों अयोध्या में 12 वर्षीय मासूम बालिका के साथ दुष्कर्म मामले को लेकर चर्चा में है। इस प्रकरण के मुख्य आरोपी मोईद खान के साथ उनकी तस्वीरें वायरल हैं। वहीं अब यहां की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है। ये सीट अवधेश प्रसाद के इस्तीफा देने से रिक्त हुई है। सीएम योगी अपने दौरे में सरकारी कार्यों को लेकर बैठक करने के साथ रामनगरी के संतों और पार्टी नेताओं के साथ भी मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि इस दौरान भी वह उपचुनाव को लेकर चर्चा कर सकते हैं। 

सपा में उपचुनाव को लेकर नेताओं की दावेदारी हुई तेज
इस बीच प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी में भी टिकट को लेकर संभावित उम्मीदवार अपना नाम फाइनल कराने के लिए कोशिश में जुट गए हैं। अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव की तर्ज पर उपचुनाव में भी विपक्ष के गठबंधन के बेहतर प्रदर्शन का दावा किया है। उपचुनाव में अभी इंडिया गठबंधन को लेकर तस्वीर साफ नहीं हुई है। लेकिन, माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी इसमें कांग्रेस को एक दो सीटें दे सकती है। उपचुनाव के परिणाम का सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसलिए गठबंधन बनाए रखने के लिए अखिलेश यादव कांग्रेस को सीटें देने पर सहमत हो सकते हैं। उन्होंने अभी तक इसे लेकर नरम रवैया अपनाया हुआ है। 

इन 10 सीटों पर होने हैं उपचुनाव
प्रदेश में विधानसभा की जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें अलीगढ़ जिले की खैर, अयोध्या की मिल्कीपुर, अंबेडकरनगर की कटेहरी, मुजफ्फरनगर की मीरापुर, कानपुर नगर की सीसामऊ, प्रयागराज की फूलपुर, गाजियाबाद की गाजियाबाद, मीरजापुर की मझवां, मुरादाबाद की कुंदरकी और मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट शामिल है। इनमें से पांच सीटें करहल, सीसामऊ, मिल्कीपुर, कटेहरी और कुंदरकी सपा के पास थीं। जबकि, खैर, गाजियाबाद व फूलपुर भाजपा के पास, मझवा सीट निषाद पार्टी और मीरापुर से राष्ट्रीय लोकदल ने जीत दर्ज की थी।

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