लखनऊ में तैयार होगी देश की पहली-विश्व की पांचवीं नाइट सफारी : 900 एकड़ से अधिक क्षेत्र में होगा निर्माण, 72 फीसदी एरिया में रहेगी हरियाली

UPT | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

Nov 19, 2024 16:16

सीएम योगी ने उच्चस्तरीय बैठक में कुकरैल नाइट सफारी पार्क और चिड़ियाघर के निर्माण की समीक्षा की और निर्माण कार्य को जून 2026 तक पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लिए वन्य जीवों की लाने की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए और एक स्थिर आर्थिक मॉडल तैयार किया जाए।

Lucknow News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि दिसंबर 2026 में उत्तर प्रदेश, देश को अपनी पहली नाइट सफारी का तोहफा देगा। यह नाइट सफारी लखनऊ में बनाई जाएगी और यह देश के साथ-साथ दुनिया भर के प्रकृति प्रेमियों के लिए एक नया आकर्षण स्थल बनेगी। यह सफारी दुनिया की पांचवीं नाइट सफारी होगी, जिससे पर्यटकों को रात के समय वन्यजीवन और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय अनुभव मिलेगा।

जून 2026 तक पूरा होगा निर्माण कार्य 
सीएम योगी ने उच्चस्तरीय बैठक में कुकरैल नाइट सफारी पार्क और चिड़ियाघर के निर्माण की समीक्षा की और निर्माण कार्य को जून 2026 तक पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लिए वन्य जीवों की लाने की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए और एक स्थिर आर्थिक मॉडल तैयार किया जाए।



नाइट और डे सफारी का निर्माण होगा चरणबद्ध
सीएम ने बताया कि यह परियोजना राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल है, और इसकी मंजूरी केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से प्राप्त हो चुकी है। लखनऊ के 900 एकड़ से अधिक क्षेत्र में बनने वाली नाइट सफारी का निर्माण चरणबद्ध रूप से किया जाएगा।

विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करेगी नाइट सफारी
कुकरैल नाइट सफारी को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए इसे लखनऊ के अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों से जोड़ा जाएगा, जिससे विदेशी पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके। मुख्यमंत्री ने सफारी के 72 प्रतिशत क्षेत्र को हरियाली से सजाने और सौर ऊर्जा परियोजनाओं का समावेश करने का निर्देश दिया।

वन्य जीवों के लिए विश्वस्तरीय चिकित्सालय और रेस्क्यू सेंटर
सीएम ने कहा कि नाइट सफारी में प्रमुख रूप से एशियाटिक शेर, बंगाल टाइगर, तेंदुआ, घड़ियाल, उड़न गिलहरी और हायना जैसे जानवर होंगे। साथ ही, कुकरैल नाइट सफारी में विश्वस्तरीय वन्य जीव चिकित्सालय और रेस्क्यू सेंटर भी स्थापित किया जाएगा।

चिड़ियाघर में अफ्रीकी शेर, जिराफ, चिंपाजी होंगे आकर्षण
चिड़ियाघर में कुल 63 इनक्लोजर बनाए जाएंगे, जिसमें अफ्रीकी शेर, जिराफ, हिमालयन भालू, स्वांप डियर और चिंपाजी जैसे जानवर होंगे। इस परियोजना के साथ-साथ यहां एडवेंचर जोन, सुपरमैन जिपलाइन, आर्चरी, स्काई साइकिल, और बच्चों के लिए जंगल थीम आधारित गतिविधियां भी विकसित की जाएंगी।

नाइट सफारी पार्क में 5.5 किमी लंबा ट्रामवे 
कुकरैल नाइट सफारी क्षेत्र में विभिन्न थीम आधारित क्षेत्र विकसित किए जाएंगे, जैसे कि इंडियन वॉकिंग ट्रे, इंडियन फुटहिल, इंडियन वेटलैंड, एरिड इंडिया और अफ्रीकन वेटलैंट, जो पर्यटकों को एक अनोखा अनुभव प्रदान करेंगे। पर्यटकों को नाइट सफारी पार्क का अवलोकन करने के लिए 5.5 किमी लंबा ट्रामवे और 1.92 किमी लंबा पाथवे प्रदान किया जाएगा। सफारी में प्रमुख आकर्षण के रूप में एशियाटिक लॉयन, घड़ियाल, बंगाल टाइगर, उड़न गिलहरी, तेंदुआ, हॉयना और अन्य वन्यजीवों को देखा जा सकेगा। 

विश्व स्तरीय वन्यजीव चिकित्सालय-रेस्क्यू सेंटर
इस परियोजना के अंतर्गत एक विश्व स्तरीय वन्यजीव चिकित्सालय और रेस्क्यू सेंटर का निर्माण भी प्रस्तावित है, जो वन्यजीवों के उपचार और संरक्षा के लिए महत्वपूर्ण होगा। कुकरैल वन क्षेत्र में स्थापित होने वाले जू में कुल 63 इनक्लोजर बनाए जाएंगे, जिसमें सारस क्रेन, स्वांप डियर, हिमालयन भालू, साउथ अफ्रीकन जिराफ, अफ्रीकन लॉयन और चिंपाजी जैसे अद्भुत प्राणी शामिल होंगे। जू को तीन प्रमुख थीमों पर विकसित किया जाएगा-अफ्रीकन सवाना, इनक्रेडिबल इंडिया और इंजीनियर्ड वेटलैंड। इस परियोजना से कुकरैल वन क्षेत्र को एक प्रमुख पर्यटक स्थल बनाने की योजना है, जिससे वन्यजीवों और प्राकृतिक जीवन के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।

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