Lucknow News : बाघ के 14वें शिकार के बाद भी वन महकमा नाकाम, अब मचान से रात में निगरानी को दो टीमों के डॉक्टर तैनात

UPT | रहमानखेड़ा में बाघ का आतंक बरकरार

Jan 16, 2025 12:56

मीठेनगर और हलुवापुर गांव में बाघ के नए पगचिह्न मिले हैं। बाघ के अब तक 20 हजार से ज्यादा पगचिह्न मिल चुके हैं। अभियान के नाम पर विभाग के पास बस यही हाथ आया है। यह इस बात की पुष्टि करता है कि बाघ इन्हीं इलाकों में सक्रिय है। वनकर्मियों ने इन गांवों के निवासियों से सतर्क रहने की अपील की है।

Lucknow News : रहमानखेड़ा इलाके में बाघ की दहशत से लोग जहां सहमे हुए हैं। वहीं वन विभाग की तमाम रणनीति उसके आगे फेल हो गई है। वनाधिकारी लगातार नई नई योजनाएं बना रहे हैं। लेकिन, बाघ हर बार चकमा देने में सफल हो रहा है। गुरुवार सुबह तक बाघ के नाम पर वन विभाग के पास सिर्फ दावे हैं। हालत ये है कि बाघ आराम से इलाके में घूम रहा है। जब उसको भूख लगती है, वह धड़ल्ले से शिकार करता है। उसको खाने के लिए वापस लौटता है और सामने रहने के बाद भी टीम उसे ट्रैंकुलाइज नहीं कर पा रही है। 

वन विभाग के बांधे पड़वे का ही बाघ ने कर डाला शिकार
बाघ ने एक बार फिर वन महकमे की पूरी टीम को चुनौती देते हुए 14वां शिकार किया। मीठेनगर गांव के पास मचान के करीब वन विभाग के बांधे गए पड़वे को बाघ ने अपना निवाला बना लिया। यह पिछले एक हफ्ते में दूसरी घटना है। इससे पहले इसी जगह बाघ ने वनरोज का शिकार किया था। ग्रामीणों के बीच इस घटना से डर और तनाव का माहौल बन गया है। वन विभाग के कर्मचारियों ने बाघ को बेहोश करने की कोशिश की, लेकिन एक बार फिर असफल रहे। विभाग की इस विफलता ने ग्रामीणों की चिंता को और बढ़ा दिया है। ग्रामीण अब अपने मवेशियों को घर के पास रखने और अतिरिक्त सतर्कता बरतने को मजबूर हैं।



सुरक्षा के लिए नई व्यवस्था के लिए लगाए गए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे
अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक रेनू सिंह और प्रभागीय निदेशक सितांशु पांडे ने रेस्क्यू ऑपरेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान इलाके में तीन और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। मीठेनगर गांव और उसके आसपास निगरानी बढ़ा दी गई है। रात में निगरानी के लिए मचान पर दो टीमों के डॉक्टरों को तैनात किया गया है, ताकि बाघ को जल्द से जल्द पकड़ने की कोशिश की जा सके।

बाघ की चहलकदमी का वीडियो वायरल
केंद्रीय बागवानी संस्थान के कर्मचारियों ने बुधवार को बाघ को परिसर में घूमते हुए देखा और उसका वीडियो बनाया। वीडियो में बाघ सड़क किनारे जंगल में चहलकदमी करता दिख रहा है। इस वीडियो के वायरल होने के बावजूद, वन विभाग अब तक बाघ को पकड़ने में नाकाम है।

नए पगचिह्न और लोकेशन की पुष्टि
मीठेनगर और हलुवापुर गांव में बाघ के नए पगचिह्न मिले हैं। बाघ के अब तक 20 हजार से ज्यादा पगचिह्न मिल चुके हैं। अभियान के नाम पर विभाग के पास बस यही हाथ आया है। यह इस बात की पुष्टि करता है कि बाघ इन्हीं इलाकों में सक्रिय है। वनकर्मियों ने इन गांवों के निवासियों से सतर्क रहने की अपील की है। मीठेनगर और दुगौली गांव के ग्रामीण बाघ की बढ़ती गतिविधियों से डरे हुए हैं। केंद्रीय बागवानी संस्थान के कर्मचारियों ने बाघ को देखने के बाद वीडियो बनाने की हिम्मत दिखाई, लेकिन इस घटना ने ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।

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