सीएम योगी की सख्ती के बाद हरकत में आया एफएसडीए : लखनऊ में यहां से खाद्य विक्रेताओं का नाम लिखने की शुरुआत

UPT | Chatori Gali Lucknow

Sep 26, 2024 09:16

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा खाद्य सामग्री में मिलावट को लेकर सख्त निर्देशों के बाद एफएसडीए तेजी से कार्रवाई कर रहा है। नए दिशा-निर्देश तैयार किए जा रहे हैं, और इस अभियान के तहत पूरे शहर में चेकिंग की जाएगी।

Lucknow News : लखनऊ में खाद्य विक्रेताओं को अपने स्टॉल पर नाम प्रदर्शित करने के निर्देशों का पालन कराए जाने की शुरुआत 1090 चौराहे के पास स्थित चटोरी गली से हो गई है। खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन (एफएसडीए) की टीम ने चटोरी गली में पहुंचकर 150 फूड स्टॉल मालिकों को पंजीकरण, लाइसेंस नंबर, प्रोपराइटर का नाम और रेट लिस्ट को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से खानपान में अस्वच्छ वस्तुओं के मिलावट की घटनाओं पर सख्ती के बाद यह कार्रवाई की गई।

स्वच्छता के लिए दिशा-निर्देश और सावधानियां
एफएसडीए के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी जेपी सिंह और उनकी टीम ने दुकानदारों को स्वच्छता से संबंधित दिशा-निर्देश दिए। सभी विक्रेताओं को हेड कवर और दस्ताने पहनने की अनिवार्यता पर जोर दिया गया, साथ ही यह भी बताया गया कि खानपान की वस्तुएं ताजा और स्वच्छ होनी चाहिए। दुकानों पर विक्रेता का नाम, पंजीकरण, और रेट लिस्ट प्रदर्शित करने के साथ, प्रत्येक स्टॉल के पास कूड़ेदान रखने के निर्देश भी दिए गए।



खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच
एफएसडीए की सचल लैब ने मौके पर ही करीब दो दर्जन खाद्य पदार्थों के नमूने जांचे। इनमें पानी बताशे का जलजीरा, वेज मसाला, चिकन मसाला, पनीर टिक्का सहित अन्य खाने-पीने की चीजों के नमूने शामिल थे। जांच का मुख्य उद्देश्य खाने की गुणवत्ता सुनिश्चित करना और मिलावट रोकना था।

नियम लागू कराने की योजना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा खाद्य सामग्री में मिलावट को लेकर सख्त निर्देशों के बाद एफएसडीए तेजी से कार्रवाई कर रहा है। नए दिशा-निर्देश तैयार किए जा रहे हैं, और इस अभियान के तहत पूरे शहर में चेकिंग की जाएगी। एफएसडीए जल्द ही खाद्य विक्रेताओं का पंजीकरण और लाइसेंस प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए शिविर आयोजित करेगा।

सीएम योगी ने दिए हैं ये निर्देश
मुख्यमंत्री ने खान-पान की वस्तुओं में मिलावट की घटनाओं को लेकर सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है। हाल ही में देश के कुछ हिस्सों में जूस, दाल, और रोटी जैसी चीजों में गंदगी और पेशाब, थूक जैसे मानव अपशिष्ट की मिलावट के मामले सामने आए हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने इन घटनाओं को अस्वीकार्य और घृणित करार दिया और राज्यभर के होटलों, ढाबों और रेस्टोरेंट्स की सघन जांच कराने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा​ कि ऐसे मामलों में कठोरतम कार्रवाई की जाए। उन्होंने सभी रेस्टोरेंट और ढाबों में काम करने वाले कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य करने को कहा है।इसके साथ ही इन प्रतिष्ठानों पर मालिक, मैनेजर और कर्मचारियों का नाम और पता स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करना भी अनिवार्य करने को कहा गया है। 
 

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