हरदोई में हल्दी की खेती : जानें हर सब्जी की शान हल्दी की फसल किसानों पर कैसे हुई मेहरबान

UP Times | हल्दी की खेती

Dec 27, 2023 11:56

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में किसान हल्दी की खेती से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। कम लागत में 3 गुना ज्यादा मुनाफा देने वाली इस फसल की तरफ...

Hardoi News (आदर्श त्रिपाठी ) : उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में किसान हल्दी की खेती से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। कम लागत में 3 गुना ज्यादा मुनाफा देने वाली इस फसल की तरफ अब हरदोई के किसान काफी तेजी से आकर्षित हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ उद्यान विभाग और कृषि विभाग की तरफ से उन्नतशील बीज भी किसानों को मुहैया कराए जा रहे हैं। हल्दी की खेती करने वाले किसानों को सरकार की तरफ से सब्सिडी की भी मिलती है। समय-समय पर उत्तर प्रदेश तथा केंद्र सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के अंतर्गत किसानों को चौपाल लगाकर जागरुक भी किया जा रहा है हरदोई की हल्दी मध्य प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, हरियाणा आदि प्रदेशों तक में बिकने के लिए जा रही है जिससे किसानों को अच्छा बाजार मूल्य भी मिल रहा है। 

कैसे हुई हरदोई में हल्दी की खेती की शुरुआत
हरदोई के लाला पुरवा निवासी किसान अमन राजवंशी ने बताया कि वह पहले पारंपरिक खेती किया करते थे जिसमें आए दिन आने वाली देवी आपदा के चलते फसल काफी प्रभावित होती थी। कई बार तो खेती पर लगाया गया खर्च तक निकलना मुश्किल हो जाता था, लेकिन कोरोना काल में उन्होंने कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली हल्दी की खेती के बारे में पता चला। जिसके बाद इस विषय में इंटरनेट के माध्यम से जानकारी प्राप्त की और जिला उद्यान विभाग में जाकर उसे समय के जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार से हल्दी की उन्नत किस्म के विषय में जानकारी प्राप्त की थी। उस समय उनके द्वारा सुझाए गए उपाय के जरिए हल्दी के उन्नत बीजों के साथ उन्होंने कम एरिया में हल्दी की फसल तैयार की थी और अब वह इस समय एक एकड़ में लगातार हल्दी की ही फसल कर रहे हैं।

1 एकड़ में 100 से 200 कुंतल तक होती है हल्दी की उपज
राजवंशी बताते हैं कि एक बीज से कई बार तो 1 किलो तक या उससे ज्यादा उपज होती है। खेत को अच्छी तरीके से भुरभुरा बनाने के बाद बटहरी विधि से हल्दी की बुआई की जाए तो अच्छी फसल होती है। 1 एकड़ में फसल औसतन  100 कुंतल से लेकर 200 कुंतल तक पहुंच जाती है 10 कुंतल बीज से 100 से 200 कुंतल तक की उपज का यह रिकॉर्ड किसानों के लिए किसी वरदान से काम नहीं है गीली हल्दी और  सूखी हल्दी दोनों ही बाजार में अच्छी कीमत पर बिक जाती है।

6 महीने में पूरी तरीके से फसल तैयार
हरदोई के जिला कृषि अधिकारी नंदकिशोर बताते हैं कि किसानों को अच्छी क्वालिटी का बीज लेने की सलाह दी जाती है इन बीजों में पीतांबर, सोरमा,आर एच 5, सुदर्शन हल्दी की किस्मे में शामिल है। हल्दी का औसत मूल्य 2000 से लेकर 5000 कुंतल तक उठना-गिरता रहता है। कुल मिलाकर हल्दी की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा है। तमिलनाडु, महाराष्ट्र, तेलंगना, कर्नाटक आदि प्रदेशों में हल्दी की भारी मांग है। भारतवर्ष में पैदा होने वाली हल्दी की विदेश तक में सप्लाई की जाती है।

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