Hardoi News : शिक्षक ने ई-रिक्शा चालक को लौटा दिया खोया हुआ पर्स, धन्यवाद के साथ बोला हैप्पी क्रिसमस

UPT | ई रिक्शा चालक का पर्स वापस करता शिक्षक

Dec 25, 2024 12:18

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक शिक्षक ने क्रिसमस के दिन ई-रिक्शा चालक को उसका खोया हुआ पर्स लौटाकर ईमानदारी की मिसाल पेश की। शिक्षक आदित्य त्रिपाठी ने पर्स के मालिक की पहचान कर उसे न केवल पर्स लौटाया, बल्कि उसे "हैप्पी क्रिसमस" भी कहा। इस नेक कार्य की चर्चा सोशल मीडिया पर भी होने लगी है।

Short Highlights
  • पर्स में ड्राइविंग लाइसेंस और महत्वपूर्ण दस्तावेज़ थे, जिन्हें देखकर शिक्षक ने मालिक की पहचान की।
  • शिक्षक आदित्य त्रिपाठी ने बताया कि उन्हें यह कार्य इंसानियत के नाते करना अच्छा लगा।
Hardoi News : हरदोई जिले में एक शिक्षक ने सड़क पर पड़ा पर्स उसके मालिक को लौटा दिया। क्रिसमस के दिन अपना खोया हुआ पर्स पाकर ई-रिक्शा चालक ने शिक्षक का शुक्रिया अदा किया, वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर शिक्षक की ईमानदारी की भी चर्चा हो रही है।

गुम हुआ पर्स मिलते ही शिक्षक ने किया ई-रिक्शा चालक का मदद 
यह घटना हरदोई के आदित्य त्रिपाठी नामक शिक्षक से जुड़ी हुई है। आदित्य त्रिपाठी रास्ते से बाजार लौटते समय एक पर्स सड़क पर पड़ा हुआ देखा। पर्स मिलने के बाद, उसमें मौजूद ड्राइविंग लाइसेंस और कुछ अन्य दस्तावेज़ों की मदद से उन्होंने पर्स के मालिक की पहचान की। पर्स में कुछ नगद पैसे और जरूरी दस्तावेज़ थे। आदित्य त्रिपाठी ने तुरंत उस व्यक्ति का संपर्क नंबर प्राप्त किया और उसे फोन कर पर्स वापस लौटाने के लिए बुलाया। 

जब पर्स मालिक श्लोक ई-रिक्शा चालक पर्स लेकर पहुंचे तो शिक्षक ने उन्हें "हैप्पी क्रिसमस" कहा और उनका धन्यवाद किया। ई-रिक्शा चालक ने भी शिक्षक की ईमानदारी और मदद के लिए उन्हें धन्यवाद कहा। 

ई-रिक्शा चालक ने शिक्षक की इंसानियत को सराहा
श्लोक, जो हरदोई में एक ई-रिक्शा चालक हैं, अपनी कड़ी मेहनत से अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं, उन्होंने बताया कि उनका पर्स गलती से कहीं गिर गया था। आदित्य त्रिपाठी ने पर्स ढूंढा और उसे वापस लौटा दिया। पर्स में बहुत महत्वपूर्ण दस्तावेज़ और कुछ पैसे थे, जिनके खो जाने से श्लोक काफी परेशान हो गए थे। क्रिसमस के दिन पर्स लौटाए जाने पर श्लोक ने शिक्षक की ईमानदारी की काफ़ी सराहना की। उन्होंने कहा कि "शिक्षक का यह कार्य बेहद सराहनीय है और मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं।"

इंसानियत के नाते करना अच्छा लगा
आदित्य त्रिपाठी ने इस पूरे घटनाक्रम के बारे में कहा कि उन्होंने यह काम केवल अपनी अच्छाई और इंसानियत से किया। वे अपने सभी छात्रों को यही शिक्षा देते हैं कि जीवन में ईमानदारी से जीना चाहिए। आदित्य ने बताया कि "मुझे इस काम को करके अच्छा लगा और क्रिसमस का पर्व भी हमें यही सिखाता है कि हमें हमेशा दूसरों के साथ खुशी बांटनी चाहिए।" शिक्षक आदित्य त्रिपाठी की इस ईमानदारी और नेक दिली की वजह से उनके कार्यों की चर्चा अब हरदोई और सोशल मीडिया पर भी हो रही है। 

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