घायल फरियादी को रोकने का मामला : हरदोई एसपी का दिखा मानवीय चेहरा, बोले- I am sorry, जांच का आश्वासन दिया

UPT | हरदोई एसपी ने मांगी माफी

Dec 03, 2024 15:46

हरदोई जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक दुर्घटनाग्रस्त परिवार को पुलिस कार्यालय में प्रवेश करने में असमर्थता का सामना करना पड़ा। इस घटना ने पुलिस प्रशासन की संवेदनशीलता पर सवाल उठाए हैं।

Short Highlights
  • दुर्घटना में घायल फरियादी को एसपी ऑफिस गेट पर रोकने को पुलिस अधीक्षक ने लिया संज्ञान
  • एसपी ऑफिस गेट से पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक चादर में परिजन लेकर गए थे घायल फरियादी
  • पहरेदार ने एसपी ऑफिस गेट पर ही रोक दी थी एम्बुलेंस
Hardoi News : उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में पुलिस अधीक्षक अपनी सख्त कार्रवाई के लिए मशहूर हैं लेकिन आज उनका मानवीय चेहरा सामने आया है। दरअसल दुर्घटना में घायल एक फरियादी थाने में सुनवाई न होने पर पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाने के लिए एसपी कार्यालय परिजनों के द्वारा एंबुलेंस से लाई गई थी लेकिन तभी पुलिस अधिकारी गेट से निकल रहे थे। एसपी ऑफिस के गेट पर तैनात पुलिस कर्मियों ने एंबुलेंस को वहीं रोक दिया था जिसके बाद परिजन गंभीर रूप से घायल महिला को एक चादर में डालकर पुलिस ऑफिस के अंदर चारों तरफ से चादर पकड़कर लेकर गए थे।

पुलिस कार्यालय गेट पर संवेदनहीन पुलिस कर्मियों की हरकत का पुलिस अधीक्षक ने संज्ञान लेकर पूरे मामले में वीडियो जारी कर आई एम सॉरी बोला है और पुलिस के लिए गलत राय ना बनाने की बात कही है और घटना के विषय में पूरी जानकारी दी है और कार्रवाई किए जाने का आश्वासन भी दिया है।
 
पुलिस अधीक्षक क्यूं बोले I am sorry
हरदोई जिले के लोनार थाना क्षेत्र के जगदीशपुर निवासी अनूप पुलिस लाइन में फॉलोअर के पद पर कार्यरत हैं। वह पिछली 27 तारीख को बाइक से अपनी बहन के साथ अपने घर जा रहे थे। घर वापस जाते समय उनकी बाइक दूसरी बाइक से टकरा गई थी जिसमें दोनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। अनूप का आरोप है कि उसने दुर्घटना के बाद थाने में कई बार जाकर गुहार लगाई है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। इसी को लेकर वह अपनी गंभीर रूप से घायल बहन को लेकर पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाने आया था। इसी दौरान गेट पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने एंबुलेंस को अंदर ले जाने से मना कर दिया था।

उन लोगों का कहना था कि साहब निकल रहे हैं। इसके बाद गंभीर रूप से घायल वह अपनी बहन को परिजनों की मदद से एक चादर पर डालकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक ले गए थे। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पुलिस कर्मी संवेदनहीनता दिखा रहे हैं। घायल बहन के पैरों में लोहे की रॉड इलाज के दौरान डाली गई हैं, वह दिख रही है। इस दर्द से गंभीर रूप से घायल बहन इधर से उधर किए जाने पर तेजी से कराह रही है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय गेट से लेकर अंदर तक घटित घटना के वीडियो वायरल होने के बाद में पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने पूरे मामले का संज्ञान लिया है। 

पहरेदार ने एसपी ऑफिस गेट पर रोक दी थी एम्बुलेंस 
पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने वीडियो जारी कर बताया कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय गेट पर एंबुलेंस के रोके जाने और पीड़ित महिला को कष्ट में अंदर तक ले जाना संवेदनहीन है, पूरे मामले को संज्ञान में लिया गया है। मामले में कार्रवाई की जा रही है। पीड़ित की सुनवाई पहले से ही प्राथमिकी दर्ज कर की जा रही थी। उन्होंने इस पूरे मामले का संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई का परिजनों को आश्वासन दिया है।  साथ ही वीडियो में पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि वह इस घटना से दुखी हैं। उन्होंने वीडियो में शुरुआत में ही I am sorry कहा है। 

एक्शन में दिखने वाले एसपी का मार्मिक रिएक्शन 
एक रात में दर्जनों सस्पेंशन के लिए मशहूर एसपी नीरज जादौन कड़ी कार्रवाई के लिए जाने जाते हैं। लेकिन इस पूरे मामले पर आज उनका मार्मिक रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने इस पूरी घटना के लिए I am sorry बोला है।

Also Read