यूपी में इकोनॉमिक ग्रोथ के लिए विशेषज्ञों से लिया जाएगा सहयोग : युवाओं को योग्यता-कौशल के अनुसार उपलब्ध कराएं जाएंगे रोजगार

UPT | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

Dec 26, 2024 21:05

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर रोजगार सृजन और प्रदेश के आर्थिक विकास को लेकर अहम बैठक की। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों और संस्थानों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने प्रस्ताव और योजनाएं पेश कीं। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को रोजगार सृजन के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।

Lucknow News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर रोजगार सृजन और प्रदेश के आर्थिक विकास को लेकर अहम बैठक की। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों और संस्थानों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने प्रस्ताव और योजनाएं पेश कीं। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को रोजगार सृजन के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यूपी को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए प्रयास तेज किए जाएं। इसके लिए विशेषज्ञों का सहयोग लेते हुए नई योजनाओं पर काम किया जाए। उन्होंने कहा कि यह पहल "नए भारत का नया उत्तर प्रदेश" बनाने में मील का पत्थर साबित होगी।

रोजगार और उद्यमिता पर फोकस 
सीएम योगी ने कहा कि युवाओं को उनकी योग्यता और कौशल के अनुरूप समयबद्ध तरीके से रोजगार उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उत्पन्न करने और युवाओं को उद्यमिता की ओर प्रेरित करने के लिए कौशल विकास के कार्यक्रमों को और प्रभावी बनाने पर जोर दिया। सीएम ने बताया कि राज्य सरकार ने वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए दस प्रमुख क्षेत्रों को चिह्नित किया है। इन क्षेत्रों की प्रगति की हर तीन महीने में समीक्षा की जाएगी।



मेडिकल और पर्यटन क्षेत्रों में बढ़ेंगी संभावनाएं
सीएम योगी ने कहा कि चिकित्सा, शिक्षा, पर्यटन, निर्माण और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में रोजगार की व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने यूपीएसआरटीसी की बस सेवाओं को बढ़ाने और नए रूट तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने हर जिले में सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों की स्थापना और टेलीमेडिसिन सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए कदम उठाने पर जोर दिया।

महाकुंभ 2025 के लिए विशेष तैयारी
सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज में आयोजित होने वाला महाकुंभ-2025 प्रदेश की सांस्कृतिक और आर्थिक छवि को निखारने का एक अनूठा अवसर है। इस आयोजन के माध्यम से रोजगार, कौशल विकास और तकनीकी नवाचार पर ध्यान दिया जाएगा।

डैशबोर्ड से होगी निगरानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्यों की निगरानी "सीएम डैशबोर्ड" के माध्यम से की जा रही है। उन्होंने विभागों और संस्थानों को इस डैशबोर्ड के जरिए प्रदेश सरकार की कार्यशैली को समझने और नई योजनाओं को लागू करने का सुझाव दिया।

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