हाथरस कांड में बोले अखिलेश यादव : सपा प्रमुख ने गिरफ्तारियों पर उठाए सवाल, कहा- शासन-प्रशासन छुपा रहे नाकामी

UPT | अखिलेश यादव

Jul 06, 2024 16:16

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई घटना को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाथरस हादसे में...

Lucknow News : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई घटना को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाथरस हादसे में छोटी-मोटी गिरफ्तारियों को षडयंत्र बताया और ये गिरफ्तारियां उप्र शासन-प्रशासन अपनी नाकामी छुपाने के लिए कर रही है।

अपनी ज़िम्मेदारी का पल्ला झाड़ रही सरकार
अखिलेश यादव ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर कहा “उप्र शासन-प्रशासन ‘हाथरस हादसे’ में अपनी नाकामी छुपाने के लिए, छोटी-मोटी गिरफ़्तारियाँ दिखाकर सैकड़ों लोगों की मौत से अपनी ज़िम्मेदारी का पल्ला झाड़ना चाहता है। अगर ऐसा हुआ तो इसका मतलब ये निकलेगा कि इस तरह के आयोजन में हुई शासनिक-प्रशासनिक विफलता से किसी ने कोई सबक़ नहीं लिया और ऐसी दुर्घटनाएँ भविष्य में भी दोहरायी जाती रहेंगी।“
 
गिरफ़्तारियाँ स्वयं में एक षड्यंत्र- अखिलेश
इसके आगे अखिलेश यादव ने कहा कि शासन-प्रशासन किसी ख़ास मंशा से व्यर्थ में ऐसे लोगों को गिरफ़्तार कर रहा है। जो मूल आयोजन स्थल से दूर थे और गिरफ़्तारी के बाद उनको ही दोषी ठहराये जाने की तैयारी कर रहा है। ये गिरफ़्तारियाँ स्वयं में एक षड्यंत्र हैं। इन गिरफ़्तारियों की तुरंत न्यायिक जाँच हो। जिससे उप्र की भाजपा सरकार का खेल जनता के सामने लाया जा सके। अगर भाजपा सरकार ये कहती है कि ऐसे आयोजन से उसका कोई लेना-देना नहीं था, तो फिर भाजपा सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक़ नहीं। इस कार्यक्रम में आये अधिकांश ग़रीब लोग दुखी, शोषित, पीड़ित, वंचित, दमित थे, इस आधार पर इसका मतलब तो ये भी निकलता है कि ऐसे लोगों से भाजपा सरकार का कोई सरोकार नहीं है। जबकि सबसे पहले सरकार का ध्यान ऐसे लोगों की तरफ़ ही जाना चाहिए।


जानिए पूरा मामला
हाथरस के सिकंदराराऊ गाँव में मंगलवार को एक सत्संग के दौरान हुई घटना ने कई घरों को उजाड़ दिया है। बता दें कि कथित तौर पर पुलिस या खुफिया विभाग की नौकरी छोड़कर सूरजपाल से नारायण हरि साकार जो अब भोले बाबा के नाम से जाने पाते है। भोले बाबा हाथरस से सत्संग के बाद जैसे ही बाहर निकले भगदड़ मच गई। जिसमें 121 लोगों की मौत हो गई है। इसके बाद स्थानीय अधिकारी और पुलिस तत्काल घटना स्थल पर पहुंची और मृतकों को अस्पताल में भर्ती कराया और शवों कोपीएम हाउस भिजवाया।

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