कोलकाता कांड : केजीएमयू के डॉक्टर काली राखी बांधकर मनाएंगे रक्षाबंधन, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने की मुलाकात

UPT | लोहिया संस्थान में प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से मुलाकात करते उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक।

Aug 16, 2024 15:59

कोलकाता के सरकारी आरजी कर अस्पताल की स्नातकोत्तर प्रशिक्षु महिला चिकित्सक की बर्बर हत्या की घटना से डॉक्टरों में भारी आक्रोश है। पिछले चार दिनों से डॉक्टर सड़कों पर निकलकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है।

Short Highlights
  • कोलकता की घटना पर रेजिडेंट डॉक्टर्स का विरोध जारी
  • डॉक्टर प्रोटेक्शन सेल बनाने की मांग
Lucknow News : कोलकाता के सरकारी आरजी कर अस्पताल की स्नातकोत्तर प्रशिक्षु महिला चिकित्सक की बर्बर हत्या की घटना से डॉक्टरों में भारी आक्रोश है। पिछले चार दिनों से डॉक्टर सड़कों पर निकलकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है। शुक्रवार को पांचवे दिन डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी रहा। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू), डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (आरएमएलआईएमएस), संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) और कल्याण सिंह कैंसर इंस्टीट्यूट के रेजीडेंट डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार का निर्णय किया है।

काली राखी और काला फीता बांधकर मनाएंगे रक्षाबंधन
केजीएमयू के रेजीडेंट चिकित्सकों ने गेट नंबर दो पर प्रदर्शन किया। इसमें रेजीडेंट एसोसिएशन और नर्सिंग स्टॉफ भी शामिल रहा। रेजीडेंट चिकित्सकों ने काली राखी और काला फीता बांधकर रक्षाबंधन मनाने का एलान किया है। साथ ही शनिवार से ओपीडी समेत सभी स्वास्थ्य सेवाएं ठप रखने की चेतावनी दी। शाम को डॉक्टर 1090 चौराहे पर इकट्ठा शांतिपूर्वक विरोध दर्ज कराएंगे। इसब बीच डॉक्टरों के प्रदर्शन के कारण मरीजों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। केजीएमयू में शुक्रवार को मरीजों का पर्चा नहीं बन पाया। लोहिया चिकित्सा संस्थान में अस्पताल के प्रशासनिक भवन के बाहर जूनियर डॉक्टरों ने नारेबाजी की। इस दौरान वहां एक कार्यक्रम में पहुंचे उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से मुलाकात की और उन्हें मदद का भरोसा दिलाया।

डॉक्टर प्रोटेक्शन सेल बनाया जाए
केजएमयू के रेजीडेंट डॉक्टरों ने कहा कि इस मामले की तेजी से जांच हो और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी हो। सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट का इंप्लीमेंटेशन हो। कोलकाता के सभी मेडिकल कॉलेज में गृह मंत्रालय और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी सभी रेजिडेंट डॉक्टर को सुरक्षित माहौल मुहैया कराएं। जिला, प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर डॉक्टर प्रोटेक्शन सेल बनाया जाए जोकि वहां काम करने वाले डॉक्टरों की सुरक्षा की देखरेख करें।

ओपीडी सेवाएं बाधित
डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार से ओपीडी की सेवाएं बाधित चल रही हैं, जिस कारण लखनऊ सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों से आने वाले मरीजों को इलाज मिलना मुश्किल हो रहा है। वहीं रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी इमरजेंसी केस की तुरंत देखा जा रहा है। इमरजेंसी के मरीज देखे जा रहे हैं। वहीं ओपीडी में आने वाले मरीज को आगे की तारीख दी जा रही है और जिनके नंबर लगे हैं उनको जब सेवाएं शुरू होंगी तो पहले देखने का काम किया जाएगा।

Also Read