Kolkata Doctor Murder : रेपकांड पीड़िता की जूनियर बोली-कोलकाता पुलिस नहीं कर रही घटना की पारदर्शी जांच, पीएम मौन

UPT | कोलकाता निवासी लोहिया संस्थान में रेजीडेंट डॉक्टर।

Aug 13, 2024 21:29

कोलकाता की रहने वाली लोहिया संस्थान की रेजीडेंट डॉक्टर ने उत्तर प्रदेश टाइम्स से बातचीत में कहा कि ट्रेनी डॉक्टर उनकी सीनियर थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कोलकाता पुलिस घटना की जांच पारदर्शी तरीके से जांच नहीं कर रही है।

Short Highlights
  • लोहिया संस्थान के रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल जारी
  • ओपीडी बंद होने से मरीज बेहाल
Lucknow News : कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की हत्या और दुष्कर्म की घटना से रेजीडेंट डॉक्टरों में भारी नाराजगी है। लगातार दूसरे दिन रेजीडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। इसी कड़ी में लोहिया संस्थान के डॉक्टरों ने मंगलवार को भी कोलकाता की घटना के खिलाफ अपना विरोध जताया। डॉक्टरों ने पूरी तरह से कामकाज ठप कर दिया, जिससे मरीजों को इलाज में कठिनाई हो रही है। हड़ताल के बावजूद इमरजेंसी सेवाएं बहाल रखने का दावा किया गया है, लेकिन ओपीडी और सर्जरी सेवाएं पूरी तरह प्रभावित हैं।

घटना की सीबीआई जांच की मांग
कोलकाता की रहने वाली लोहिया संस्थान की रेजीडेंट डॉक्टर ने उत्तर प्रदेश टाइम्स से बातचीत में कहा कि ट्रेनी डॉक्टर उनकी सीनियर थी। वो डॉक्टर के साथ पूरे देश की बेटी थी। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टर की निर्मम हत्या और दरिंदगी से पूरा देश आहत है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कोलकाता पुलिस घटना की पारदर्शी तरीके से जांच नहीं कर रही है। रेजीडेंट डॉक्टर ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की।

जघन्य घटना से चिकित्सा जगत स्तब्ध
संस्थान के रेजिडेंट डॉक्टरों ने कहा कि घटना को तीन दिन हो गए लेकिन इस पर अभी तक प्रधानमंत्री का कोई बयान नहीं आया है। ड्यूटी के दौरान जूनियर महिला चिकित्सक के साथ ऐसी जघन्य घटना से देश का पूरा चिकित्सा जगत स्तब्ध है। हम हड़ताल के जरिए सरकार तक अपनी अवाज पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में चिकित्सकों को सुरक्षित माहौल दिया जाए। इसके लिए सरकार को ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। जब तक मांगें पूरी नहीं की जाएंगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।

मरीजों ने बयां किया दर्द
सुलतानपुर से लोहिया संस्थान आए प्रेम प्रकाश ने कहा कि सुबह से ओपीडी बंद है। दोपहर के एक बजे गए लेकिन अभी तक कोई भी डॉक्टर नहीं आया है। हड़ताल से मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है। वहीं, न्यूरो की समस्या का इलाज करा रहे एक दूसरे मरीज ने कहा कि दो दिन से अस्पताल के चक्कर काट रहा हूं। आज भी न्यूरो के डॉक्टर नहीं आए। सर्जरी की तरीख मिल गई है। डॉक्टर ही नहीं आएंगे तो मरीजों का इलाज कैसे होगा। अस्पताल प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए।

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