चौका नदी में मगरमच्छ का कहर : लखीमपुर में भैंस नहलाने गए किशोर पर किया हमला, मौत

UPT | चौका नदी में मगरमच्छ का कहर

Aug 06, 2024 17:22

चौका नदी में भैंस को नहलाते समय एक 14 वर्षीय किशोर को मगरमच्छ ने हमला कर नदी में खींच लिया, जिससे उसकी मौत हो गई।

Lakhimpur Kheri News : चौका नदी में भैंस को नहलाते समय एक 14 वर्षीय किशोर को मगरमच्छ ने हमला कर नदी में खींच लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। यह दुखद घटना पटना टप्पन पुरवा गांव की है, जो शारदा नगर चौकी क्षेत्र के अंतर्गत आता है। दक्षिण खीरी वन प्रभाग के डीएफओ संजय बिस्वाल ने बरसात के मौसम में नदी और नालों के किनारे न जाने की सलाह दी है।

चौका नदी में मगरमच्छ का हमला
घटना सोमवार शाम की है, जब पटना टप्पन पुरवा गांव निवासी हुकुमचंद का 14 वर्षीय बेटा सुभाष अपनी भैंस को नहलाने के लिए चौका नदी में गया था। इसी दौरान, अचानक एक विशाल मगरमच्छ ने सुभाष पर हमला कर उसे पानी में खींच लिया। सुभाष के साथ गए अन्य बच्चों ने जब यह दृश्य देखा तो उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया, लेकिन उनकी कोशिशें नाकाम रहीं और मगरमच्छ सुभाष को गहरे पानी में ले गया।



मौके पर पहुंचे कोतवाल प्रभारी
घबराए बच्चों ने तुरंत गांव पहुंचकर सुभाष के परिजनों और गांववालों को इस घटना की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। शारदा नगर कोतवाल प्रभारी बृजेश कुमार मौर्य और शारदा नगर रेंजर मौके पर पहुंचे और तुरंत सुभाष की तलाश शुरू की गई। हालांकि, रात अधिक होने के कारण तलाशी अभियान को बंद करना पड़ा।

दो किलोमीटर दूर शव मिला
मंगलवार की सुबह फिर से तलाशी अभियान शुरू किया गया और सुभाष का शव घटनास्थल से लगभग दो किलोमीटर दूर गुलरीपूरवा के पास बरामद हुआ। सुभाष की मौत से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। दक्षिण खीरी वन प्रभाग के डीएफओ संजय बिस्वाल ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि बाढ़ के समय नदी और नालों में मगरमच्छों की उपस्थिति बढ़ जाती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे इस मौसम में नदी के पास जाने से बचें और सावधानी बरतें।

डीएफओ ने परिजनों को दिया आश्वासन
डीएफओ संजय बिस्वाल ने यह भी आश्वासन दिया कि सुभाष के परिजनों को सरकारी सहायता प्रदान की जाएगी। इस दुखद घटना ने लोगों को सतर्कता बरतने की जरूरत का एहसास कराया है, खासकर बरसात के मौसम में जब नदी और नालों में मगरमच्छों की संख्या बढ़ जाती है। प्रशासन ने लोगों को आगाह किया है कि वे नदी किनारे जाने से पहले पूरी सावधानी बरतें और बच्चों को अकेले नदी में न जाने दें।

प्रशासन ने की सावधान रहने की अपील
सुभाष की असामयिक मौत ने न केवल उसके परिवार को बल्कि पूरे गांव को गहरे शोक में डाल दिया है। गांववालों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि नदी किनारे मगरमच्छों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। इस घटना ने सभी को चेतावनी दी है कि प्रकृति के साथ तालमेल बिठाते समय हमेशा सतर्क रहना चाहिए।

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