Kheri Lok Sabha Seat : खीरी लोकसभी सीट पर बड़ा उलटफेर, केंद्रीय मंत्री अजय टेनी को सपा के उत्कर्ष वर्मा ने किया चित

UPT | अजय टेनी & उत्कर्ष वर्मा

Jun 04, 2024 20:05

अजय मिश्रा टेनी इस सीट से 2014 और 2019 में चुनाव जीत चुके हैं। साल 2019 में तकरीबन 2,20,000 के मार्जिन से चुनाव जीते थे। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में तकरीबन 1,10,000 वोटों से जीत दर्ज की थी...

Kheri News : खीरी लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी लोकसभा चुनाव 2024 चुके है। खीरी की जनता ने इस बार सपा के उत्कर्ष वर्मा को जताया है। बता दें सपा उम्मीदवार ने  34329 वोटों से टेनी को हरा दिया है। टेनी इस सीट से पहले दो बार जीत चुके है।

इन प्रत्याशियों से थी टक्कर
खीरी में भाजपा उम्मीदवार अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ कुल 14 प्रत्याशी मैदान में थे। इनमें सपा के उत्कर्ष वर्मा,इंडियन नेशनल कांग्रेस के ज़फर अली नकवी, सीपीआई के विपेश शुक्ला, मनोज कुमार सिंह, पारो किन्नर, कृष्णा कुमार, श्रीकृष्ण वर्मा, अजय कुमार दीक्षित, असीफ खान, राम जीवन, मो. मुमताज रजा, वंदना गुप्ता, महेश चंद्र वर्मा एडवोकेट और कृष्ण कुमार यादव शामिल हैं।

पिछले चुनावों में रहा शानदार प्रदर्शन
अजय मिश्रा टेनी इस सीट से 2014 और 2019 में चुनाव जीत चुके हैं। साल 2019 में तकरीबन 2,20,000 के मार्जिन से चुनाव जीते थे। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में तकरीबन 1,10,000 वोटों से जीत दर्ज की थी। खीरी संसदीय सीट पर तकरीबन साढ़े 18 लाख मतदाता हैं, जिसमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या करीब पौने 10 लाख और महिला मतदाताओं की संख्या करीब पौने 9 लाख है।

टेनी का राजनीतिक सफर
अजय मिश्रा टेनी का राजनीतिक सफर विधायक के तौर पर शुरू हुआ। पहली बार साल 2012 में वह निघासन सीट से विधानसभा का चुनाव लड़े और जीतकर विधायक बन गए। दो साल बाद हुए लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी ने उन्हें टिकट दिया और वह संसद पहुंचने में कामयाब हो गए। तब से अब तक वह इस सीट पर काबिज हैं।

सितंबर 2014 में, उन्हें ग्रामीण विकास पर स्थायी समिति के सदस्य और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया। उसके बाद 2014 से 2018 तक वह आधिकारिक भाषा के संसद की समिति के सदस्य थे। 2018 से 2019 तक वह आधिकारिक भाषा के संसद की पहली उप-समिति के संयोजक सदस्य बने। मई, 2019 में वे दोबारा सांसद चुने गए। 24 जुलाई 2019 को वह लोक लेखा समिति के सदस्य बने। 13 सितंबर 2019 को वह खाद्य उपभोक्ता मामले और सार्वजनिक वितरण की स्थायी समिति के सदस्य बने। 9 अक्टूबर 2019 को वह खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य बने। 7 जुलाई 2021 को वह गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री बने।

विवादित रहा जीवन
अजय मिश्रा का नाम कई विवादित मामलों में जोड़ा जाता है। जिसमें प्रभात गुप्ता हत्याकांड, लखीमपुर खीरी हत्याकांड शामिल है। 26 नवंबर, 2021 को दिल्ली विधानसभा ने लखीमपुर खीरी मामले में एक प्रस्ताव पारित कर राज्यमंत्री अजय मिश्रा को राज्यमंत्री के पद से बर्खास्त करने की मांग की थी। क्योंकि अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने कथित तौर पर लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर कार चढ़ा दी थी। इसके अलावा प्रभात गुप्ता हत्याकांड मामले में भी उनका नाम शामिल है। आईपीसी की तमाम धाराओं के तहत उन पर कई आरोप लगाए गए हैं। जिसका खुलासा उन्होंने कई बार चुनाव आयोग को सौंपे अपने चुनावी हलफनामे में किया है

अजय मिश्रा का निजी जीवन
अजय मिश्रा टेनी का जन्म 25 सितंबर 1960 को लखीमपुर खीरी जिले के बनवीरपुर गांव में हुआ था। उन्होंने छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से विज्ञान और कानून स्नातक की डिग्री प्राप्त की है।

कौन है उत्कर्ष वर्मा जिन्होंने टेनी को किया चित
उत्कर्ष वर्मा वह नेता हैं जिन्होंने सिर्फ 25 साल की उम्र में पहला विधानसभा चुनाव जीताऔर 2010 में भारत के सबसे कम उम्र के विधायक बने। जिसके बाद  2012 में अपनी सीट बरकरार रखी। वह उत्तर प्रदेश के लखीमपुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते आ रहे है। उत्कर्ष वर्मा का जन्म लखीमपुर खीरी जिले में हुआ था। उन्होंने आईटीएस इंजीनियरिंग कॉलेज से पढ़ाई की और पीजीडीएम कोर्स पूरा किया।

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