शिकारी बना शिकार : लखीमपुर में बाघ पकड़ने वाला खुद पिंजरे में कैद, डेढ़ घंटे तक फंसा रहा वनकर्मी

UPT | पिंजरे में डेढ़ घंटे तक फंसा रहा वनकर्मी

Aug 31, 2024 19:13

क शिकारी खुद शिकार की तरह पिंजड़े में बंद हो गया। यही नहीं वनकर्मी को करीब डेढ़ घंटे तक पिजड़े में कैद रहना पड़ा। जिसके बाद पिंजड़ा तोड़कर ही उसे बाहर निकाला जा सका...

Short Highlights
  • लखीमपुर खीरी में पिंजरे में कैद हुआ वनकर्मी
  • डेढ़ घंटे तक फंसा रहा वनकर्मी
  • पिंजरा तोड़कर बाहर निकाला गया
Lakhimpur Kheri News : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में बाघ के बढ़ते हमलों के बीच एक अजीब घटना सामने आई है। जहां एक शिकारी खुद शिकार की तरह पिंजरे में बंद हो गया। यही नहीं वनकर्मी को करीब डेढ़ घंटे तक पिजड़े में कैद रहना पड़ा। जिसके बाद पिंजरा तोड़कर ही उसे बाहर निकाला जा सका।

पिंजरे की जांच के दौरान फंसा वनकर्मी
दरअसल, महेशपुर वन रेंज और थाना हैदराबाद के इमलियापुर गांव में बाघ को पकड़ने के लिए लगाए गए पिंजरे में एक वनकर्मी ही फंस गया। यह घटना शुक्रवार को हुई, जब वनकर्मी पिंजरे की जांच कर रहा था। इस दौरान, वनकर्मी ने बाहर निकलने के लिए काफी कोशिश की लेकिन पिंजरा नहीं खुला। जिसके बाद, मौके पर मौजूद अन्य वनकर्मियों में हड़कंप मच गया और उसे बाहर निकालने के लिए करीब डेढ़ घंटे तक जद्दोजहद करनी पड़ी। वनकर्मी को बाहर निकालने के लिए पिंजरे को तोड़ा गया, जिसके बाद वह बाहर निकल पाया।
बाघ को पकड़ने के लिए लगाए गए पिंजरे
बता दें कि लखीमपुर खीरी में बाघ के हमलों से दहशत का माहौल है। पिछले एक महीने में बाघ के हमलों में चार लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें सबसे हालिया घटना मंगलवार को 45 वर्षीय अमरीश की मौत थी। इन हमलों के मद्देनजर, वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए व्यापक अभियान चलाया है। इसमें दो ड्रोन, 24 कैमरे और छह पिंजड़े लगाए गए हैं, साथ ही विशेषज्ञ टीमों की मदद भी ली जा रही है।

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हालांकि, इस घटना ने वन विभाग की तैयारियों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस पिंजरे में वनकर्मी फंसा, वह पहले से ही खराब हालत में था और इस्तेमाल लायक नहीं था। इसके बावजूद वन अधिकारियों ने इसे लगा दिया था।

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