Lakhimpur kheri News : एक दर्जन गांवों में इंडिया मार्का हैंडपंप रिबोर के नाम पर लाखों का घोटाला, जानें किसने किया यह काम

UPT | प्रतीकात्मक तस्वीर

Sep 26, 2024 15:33

लखीमपुर जिले में ये तो महज एक ब्लॉक के एक दर्जन गांव की तस्वीर थी ऐसा ही घोटाला पूरे जिले की 1165 ग्राम सभाओं में कमोवेश देखने को मिल सकता है जिसमें बिना काम कराए प्रधान और पंचायत सचिव के साथ बड़े अधिकारियों की मिली भगत के चलते...

Short Highlights
  • जांच की रिपोर्ट के बाद मामले में सख्त हुई डीएम खीरी दुर्गा शक्ति नागपाल
  • दो पंचायत सचिवों नवल किशोर वर्मा, रोहितास्व वंसवार को निलंबित करते हुए अन्य 4 सेक्रेटरी पर विभागीय कार्यवाही के निर्देश दिए
  • एक दर्जन प्रधानों और 4 सचिव को 15 लाख की रिकवरी 12 परसेंट इंट्रेस्ट के साथ जमा करने की नोटिस भेजी गई
Lakhimpur kheri News : लखीमपुर खीरी के धौरहरा विकासखंड में घोटाले की लगातार शिकायत मिलने के बाद हरकत में आए सीडीओ अभिषेक सिंह ने जब मामले की जांच कराई तो जांच में पूरी दाल ही काली नजर आई। घोटालेबाजों ने उन हैंडपंप की मरम्मत कर लाखों डकार लिए जो कभी थे ही नहीं। इंडिया मार्का हैंडपंप के रिबोर और मरम्मत के नाम पर लाखों रुपये कागजी खानापूर्ति करके डकार लिए गए।

जो नल कहीं थे भी नहीं उनकी भी मरम्मत रिबोर दिखा दिया गया
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि जो नल कहीं थे भी नहीं उनकी भी मरम्मत रिबोर दिखा दिया गया। जांच की रिपोर्ट के बाद मामले में सख्त हुई डीएम खीरी दुर्गा शक्ति नागपाल ने दो पंचायत सचिवों नवल किशोर वर्मा, रोहितास्व वंसवार को निलंबित करते हुए अन्य 4 सेक्रेटरी पर विभागीय कार्यवाई के निर्देश दिए हैं। एक दर्जन प्रधानों और 4 सचिव को 15 लाख की रिकवरी 12 परसेंट इंट्रेस्ट के साथ जमा करने की नोटिस भेज दी गई है। फर्जी बिल से भुगतान करने वाली दो प्रमुख फर्मों को ब्लैक लिस्ट करते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, क्योंकि एक दर्जन ग्राम पंचायत में एक ही तरह के बिल वाउचर इन दोनों फर्मों के द्वारा लगाकर भुगतान करके लिया गया था।

पूरे जिले की 1165 ग्राम सभाओं में कमोवेश हुए घोटाले
लखीमपुर जिले में ये तो महज एक ब्लॉक के एक दर्जन गांव की तस्वीर थी ऐसे ही घोटाला पूरे जिले की 1165 ग्राम सभाओं में कमोवेश देखने को मिल सकता है जिसमें बिना काम कराए प्रधान और पंचायत सचिव के साथ बड़े अधिकारियों की मिली भगत के चलते करोड़ों का वारा न्यारा किया गया है। घोटाले के नाम पर कार्रवाई सिर्फ पंचायत सचिव और प्रधान पर ही की गई है लेकिन अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को कार्रवाई की जद में नहीं लिया गया। हालांकि घोटाले में जांच का दायरा आने वाले समय में और व्यापक होगा ऐसा माना जा रहा है।

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