महंत यति नरसिंहानंद विवाद पर मायावती : बोलीं- कार्रवाई करें केंद्र-राज्य सरकारें, संविधान की दिलाई याद

UPT | मायावती

Oct 06, 2024 12:11

नरसिंहानंद की विवादित टिप्पणी पर बवाल मचा हुआ है। इसको लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी हमला बोला है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने एक पोस्ट किया है।

Lucknow News : यति नरसिंहानंद के पैगंबर मोहम्मद साहब पर दिए गए विवादित बयान से सियासी पारा चढ़ गया है। बसपा प्रमुख मायावती ने इस्लाम के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर कहा कि इस बयान से अशांति और तनाव फ़ैला है। उन्होंने कहा कि पुलिस सिर्फ प्रदर्शनकारियों के खिलाफ तो कार्रवाई करती है लेकिन ऐसे बयान देने वाले महंत के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती। 

मायावती ने पुलिस कि कार्रवाई पर उठाये सवाल
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने नरसिंहानंद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि डासना मंदिर के महंत द्वारा फिर से नफरती बयानबाजी की गयी जिससे उस पूरे इलाके में तथा देश के कई हिस्सों में भी अशान्ति व तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि नफरती बयानबाजी करने वाले महंत पर कोई कार्रवाई नहीं करती है।

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संविधान की दिलाई याद
मायावती ने अपने दूसरे ट्विट में लिखा कि भारत का संविधान धर्मनिरपेक्षता की गारंटी देता है, जिसका मतलब है कि सभी धर्मों का समान आदर और सम्मान होना चाहिए। संविधान का अनुच्छेद 25 से 28 धर्म की स्वतंत्रता सुनिश्चित करते हैं, जिसके तहत हर नागरिक को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है। ऐसे में किसी भी व्यक्ति द्वारा किसी धर्म के खिलाफ नफरत फैलाने वाला बयान न सिर्फ कानूनी रूप से गलत है। ऐसे में  इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करे ताकि देश में शान्ति रहे। ये केन्द्र व राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि देश में शान्ति रहे।

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नफरत भरी बयानबाजी से उपजा विवाद
घटना की शुरुआत तब हुई जब डासना देवी मंदिर के महंत ने इस्लाम धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया। यह बयान सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिए तेजी से फैल गया, जिसके बाद मुस्लिम समुदाय और अन्य धर्मनिरपेक्ष संगठनों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। कई जगहों पर विरोध-प्रदर्शन हुए, जिससे कानून-व्यवस्था पर असर पड़ा। हालांकि, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की, लेकिन महंत को अब तक किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ा है, जिससे लोग निराश हैं।

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